Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

मुनीर ने की ट्रंप के मन की बात, अमेरिकी राष्‍ट्रपति के लिए मांगा नोबेल शांति पुरस्कार

Advertiesment
हमें फॉलो करें General Asim Munir

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 19 जून 2025 (09:40 IST)
Donald Trump news in hindi : पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम कराने में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका की सराहना करते हुए उनके लिए नोबेल शांति पुरस्कार की मांग की है। कहा जा रहा है कि मुनीर ने इस तरह ट्रंप के मन की बात कहकर अमेरिकी राष्‍ट्रपति को खुश कर दिया। ALSO READ: ईरान इजराइल जंग में अमेरिका की एंट्री, तेहरान पर हमले के प्लान को ट्रंप की मंजूरी
 
मुनीर का यह बयान व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच से पहले आया। इसके बाद ट्रंप और मुनीर की लंच पर भी बातचीत हुई। यह पता नहीं चल पाया कि ट्रंप और पाकिस्तान के फील्ड मार्शल मुनीर के बीच बैठक में क्या बात हुई?

मुनीर को यह निमंत्रण अमेरिका द्वारा किसी सेवारत पाकिस्तानी सेना प्रमुख को दिया गया एक दुर्लभ संकेत माना जा रहा है। अयूब खान, जिया उल-हक और परवेज मुशर्रफ जैसे पाकिस्तानी सेना प्रमुखों को इस तरह के निमंत्रण मिलने के कई उदाहरण हैं, लेकिन वे राष्ट्रपति के पद पर भी थे।
 
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अन्ना केली ने कहा कि ट्रंप, मुनीर की मेजबानी करेंगे, क्योंकि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोकने के लिए राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने का आह्वान किया है।
 
अमेरिका में क्या बोले मुनीर : मुनीर ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान भारत से क्षेत्रीय आधिपत्य थोपने का प्रयास करने के बजाय पाकिस्तान के साथ एक सभ्य राष्ट्र की तरह व्यवहार करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि पहलगाम में आतंकवादी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ था।
 
मुनीर को पिछले महीने पाकिस्तान सरकार ने फील्ड मार्शल रैंक पर पदोन्नत किया था और 1959 में अयूब खान के बाद सेना के किसी अधिकारी को पहली बार यह दर्जा दिया गया है।
 
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में ही ट्रंप के साथ हुई बातचीत में दो-टूक लहजे में कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को कभी भी स्वीकार नहीं करेगा।
edited by : Nrapendra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

ईरान पर हमले की निंदा मुस्लिम देशों के दिखाने के दांत