कराची। पाकिस्तान की समस्याएं जितनी विचित्र हैं, वहां के लोगों ने इनका समाधान करने का तरीका भी विचित्र खोज निकाला है। पाकिस्तान का समुद्र किनारे पर बसा यह शहर प्रचंड गर्मी की चपेट में है और अब तक 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने इस वर्ष एक कब्र खोदने वाले व्यक्ति की नियु्क्ति कर दी है जो कि बड़ी-बड़ी कब्रों को खोद रहा है। तीन बड़ी कब्रों में तीन से ज्यादा लोगों को दफना दिया गया है।
सरकार बीमार लोगों की बीमारी का इलाज और उसका इंतजाम करने के लिए अस्पताल खोलने की बजाय, ज्यादा बड़ी कब्रों को खुदवा रही है ताकि बड़ी संख्या में ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन गड्ढों में दफनाने का इंतजार कर सके।
28 वर्षीय शाहिद बलूच और उनके तीन भाई कराची के कब्रिस्तान में कब्रों को खोदने के काम में जुड़े हुए हैं, जिसका संचालन ईधी फाउंडेशन करता है। पिछले वर्ष की गर्मी में समूचे शहर के अस्पताल, मुर्दाघर और कब्रिस्तान कम पड़ गए थे और शहर के नशेड़ी, मजदूरों, बेघर लोगों और बूढ़ लोगों के लिए गर्मी प्राणघातक साबित हुई थी।
कराची में गर्मी में तापमान अमूमन 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, लेकिन पिछले वर्ष यह 44 डिग्री तक पहुंच गया था और इस बार गर्मी के तेवर और भी तीखे रहने वाले हैं। अब गर्मी से बचने के उपायों और अस्पताल में इलाज की पर्याप्त व्यवस्था के स्थान पर कब्रें खोदने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
हालांकि शहर के कमिश्नर आसिफ हैदर शाह का दावा है कि इस बार स्थिति को पिछले वर्ष की तरह बिगड़ने नहीं दिया जाएगा लेकिन यह सभी जानते हैं कि पिछले वर्ष गर्मियों में मरीजों को अस्पतालों के फर्श पर सोकर अपना इलाज करवाना पड़ा था।