बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हो रही हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई है। यहां हिंदुओं के मंदिरों और घरों को निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच खुलासा हुआ है कि बांग्लादेश को जलाने वाला पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI है। जो पर्दे के पीछे से प्रदर्शनकारियों को सपोर्ट कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाक उच्चायोग छात्रों को समर्थन के जरिए देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। बांग्लादेश में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी और विपक्षी बीएनपी के नेतृत्व में आंदोलन के तेजी पकड़ने के बाद इस तरह का शक जाहिर किया जा रहा है। कई रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान मिशन पाकिस्तान समर्थक जमात से जुड़े छात्र प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग के संपर्क में है, जो बांग्लादेश में प्रतिबंधित है।
क्यों आ रहा पाकिस्तान का नाम : बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच संबंध बहुत मधुर नहीं रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि पाकिस्तानने कभी भी 1971 के बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान किए गए अत्याचारों के लिए माफी नहीं मांगी है। बांग्लादेश की सत्तारूढ़ अवामी लीग 1971 की पाकिस्तान की कार्रवाई को नरसंहार कहती रही है। ईटी ने सबसे पहले रिपोर्ट दी थी कि जमात की छात्र शाखा, इस्लामी छात्र शिबिर ने हसीना विरोधी अभियान शुरू करने के लिए विरोध आंदोलन को हाईजैक कर लिया है।
विशेषज्ञों ने दावा किया कि जमात और बीएनपी का लक्ष्य सड़क पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा के माध्यम से और आतंक का राज कायम करके सत्ता पर कब्जा करना है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह साफ स्पष्ट है कि बीएनपी और बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी और उनके छात्र विंग के नेतृत्व ने छात्रों के बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण कोटा सुधार आंदोलन को आतंक और अराजकता फैलाने के लिए हथिया लिया है।
कई शहर हिंसा की चपेट में : शेख हसीना सरकार ने रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की है। पिछले महीने से शुरू हुए मौजूदा विरोध प्रदर्शनों के दौरान पहली बार ऐसा कदम उठाया गया है। बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन और हिंसा को देखते हुए भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों से खास अपील की है। भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी गई है।
भारतीय उच्चायोग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर : इसके साथ ही वर्तमान में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा गया है। अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फोन नंबरों के जरिए संपर्क में रहने की सलाह दी गई है। इसके लिए बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने फोन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर +8801958383679, +8801958383680, +8801937400591 है
अब तक 100 से ज्यादा की मौत : बता दें कि रविवार को राजधानी ढाका समेत बांग्लादेश के कई शहरों में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। हिंसा के चलते अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। सैकड़ों लोग घायल हो गए। रविवार को छात्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प की। राजधानी ढाका समेत कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं सामने आई हैं।
क्यों मांग रहे शेख हसीना का इस्तीफा : विरोध प्रदर्शन में शामिल सभी छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की है। पुलिस ने हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और स्टन ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया है।
Edited By: Navin Rangiyal