इस्लामाबाद। मुश्किलों से घिरे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का साथ उनके करीबी छोड़ते जा रहे हैं। पार्टी के कई बड़े चेहरे पीटीआई को अलविदा कह चुके हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री और पीटीआई के बड़े नेता फवाद चौधरी ने भी पीटीआई से इस्तीफा दे दिया है और इमरान खान से दूरी बना ली है।
पीटीआई पर बैन का विचार : पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khwaja Asif) ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सैन्य प्रतिष्ठानों पर उनके समर्थकों द्वारा किए गए हमलों के बाद सरकार PTI पर संभावित प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है।
अभी तक पीटीआई पर बैन लगाने का विचार नहीं लिया गया है, लेकिन निश्चित तौर पर समीक्षा की जा रही है। पाकिस्तान में जारी इन चर्चाओं के बीच इमरान खान की पार्टी में हलचल जारी है।
9 मई को शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन : 9 मई को अर्धसैनिक रेंजरों द्वारा 70 वर्षीय इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी।
रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर भी पहली बार भीड़ ने हमला किया था। पुलिस ने हिंसक झड़पों में मरने वालों की संख्या 10 बताई है। Edited By : Sudhir Sharma