इस्लामाबाद। पाकिस्तान में राजधानी इस्लामाबाद की ओर जाने वाले राजमार्ग की घेराबंदी कर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के अभियान शुरू करने के बाद हुई झड़पों में शनिवार को सुरक्षा बल सहित 70 से अधिक लोग घायल हो गए।
पाकिस्तान के गृहमंत्री एहसान इकबाल के खिलाफ शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) ने अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया था जिसके बाद यह अभियान शुरू किया गया। यह नोटिस अदालत के सड़क खाली कराने से संबद्ध आदेश को लागू करने में नाकाम रहने के बाद जारी किया गया।
तहरीक-ए-खत्म-ए-नबूवत, तहरीक-ए-लबैक या रसूल अल्लाह (टीएलवाईआर) और सुन्नी तहरीक पाकिस्तान (एसटी) के करीब 2,000 कार्यकर्ताओं ने 2 सप्ताह से अधिक समय से इस्लामाबाद एक्सप्रेस-वे और मुर्री रेाड की घेराबंदी कर रखी थी। यह सड़क इस्लामाबाद को इसके एकमात्र हवाई अड्डे और सेना के गढ़ रावलपिंडी को जोड़ती है।
प्रदर्शनकारी खत्म-ए-नबूवत या सितंबर में पारित चुनाव अधिनियम 2017 में बदलावों को लेकर कानून मंत्री जाहिद हमीद के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि संघर्ष में 70 से अधिक लोग घायल हो गए। उन्हें इस्लामाबाद और रावलपिंडी के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अधिकारी ने बताया कि घायलों में 35 से अधिक सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया था जिसमें 35 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। इस्लामाबाद सिटी मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों को आधी रात तक वहां से हटने या नतीजा भुगतने की चेतावनी जारी की थी।
टीवी फुटेज में पुलिस प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ती और सुरक्षाकर्मी बल प्रयोग करते दिख रहे हैं। इनमें से कई लोगों को गिरफ्तार कर विभिन्न पुलिस थानों में भेजा गया है। प्रदर्शनकारियों के पथराव के चलते कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
सुरक्षा अधिकारी के अनुसार करीब 2,000 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अभियान में 8,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों ने हिस्सा लिया था। अभियान अब भी जारी है और पुलिस को प्रदर्शनकारियों से भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। (भाषा)