वॉशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र महासभा (General Assembly) में गुरुवार को पाकिस्तान (Pkistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने कश्मीर का राग अलापा, वहीं मानवाधिकार के मुद्दे पर हुई चर्चा में सामाजिक कार्यकर्ता ने ही पाकिस्तान की सचाई सबके सामने रखी। सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि किस तरह लोकतंत्र की आड़ में सेना जनता पर जुल्म करती है।
पाक अधिकृत कश्मीर (POK) की रिहाई की मांग करते हुए मोहम्मद सज्जाद राजा (Muhammad Sajjad Raja) ने कहा कि वहां सेना का अत्याचार इतना अधिक बढ़ गया है कि वहां को लोगों को देशद्रोही माना जाता है।
उन्होंने कहा कि हम पर जानवरों की तरह जुल्म किया जा रहा है। उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को तत्काल आजाद कराने की मांग की, साथ ही उन्होंने अपने भाषण में भारत की भी कई बार तारीफ की है।
राजा ने पाकिस्तान पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा आजाद कश्मीर चुनाव अधिनियम 2020 लागू किए जाने के बाद उनके राजनीतिक और नागरिक अधिकारों को भी उनसे छीन लिया गया है।
जेनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक में मोहम्मद सज्जाद ने मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तान आर्मी ने पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों का अधिकार छीनने का काम किया। इस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। पाकिस्तान पीओके और सीमा पार के भारत के युवाओं का ब्रेनवाश कर रहा है। उसने पीओके की आजादी छीन ली है।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र उनकी आवाज को सुनेगा। हम दुनिया से शांति और प्रेम की भीख मांगते हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान अब गिलगित और बाल्टिस्तान को अपना प्रांत घोषित करने की तैयारी कर रहा है, इससे उनकी संस्कृति जमीन और पहचान खत्म हो जाएगी।
पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के अधिकारी खुले तौर पर पीओके के लोगों से आत्मघाती हमला करने के लिए उकसाते हैं, जो एक बेहद चिंताजनक स्थिति है। (एजेंसियां)