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संरा में कश्मीर को लेकर पाक ने फिर बहाए घड़ियाली आंसू

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न्यूयॉर्क , शनिवार, 19 नवंबर 2016 (09:25 IST)
न्यूयॉर्क। भारत तनाव बढ़ाने के लिए तोपों से गोलाबारी कर रहा है, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने यह दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि इससे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने संरा सुरक्षा परिषद अध्यक्ष और संरा महासचिव बान की मून को लिखा है कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों ने हमलों को काफी तेज करते हुए पिछले हफ्ते तोपों से भारी गोलाबारी शुरू की जिससे क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। 
 
उन्होंने लिखा है कि पिछले 13 बरसों में ऐसे हथियारों का पहली बार इस्तेमाल किया गया है और यह तनाव को और बढ़ाने के भारत के इरादे के बारे में साफ संकेत है तथा यह क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को नजरअंदाज करता है। लोधी ने कहा कि कश्मीर में जारी मानवाधिकारों के उल्लंघन से अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान भटकाने की यह भारत की कोशिश है। उन्होंने संरा प्रमुख और सुरक्षा परिषद से अपील की कि वे भारत की ओर से लगातार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन का संज्ञान ले। 
 
‘भारत की नीति’ पर पाकिस्तान ने उठाए सवाल : पाकिस्तान ने परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने की भारत की नीति को ‘अस्पष्ट’ करार देते हुए कहा कि यह प्रमाणित किए जाने योग्य हथियार नियंत्रण और संयम के उपाय का विकल्प नहीं हो सकता। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा इस सिद्धांत पर सवाल उठाए जाने के बाद पाकिस्तान का यह रुख सामने आया। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय (एफओ) के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पाकिस्तान का मानना है कि ‘पहले उपयोग नहीं करने की’ अस्पष्ट नीति प्रमाणित किए जाने योग्य नहीं है और इसका कोई मतलब नहीं है। यह सामरिक संयम व्यवस्था के पाकिस्तान के प्रस्ताव के अनुसार प्रमाणित किए जाने योग्य हथियार नियंत्रण और संयम के उपाय का विकल्प नहीं हो सकता।’ 
 
वह पर्रिकर के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पूछा था कि ‘पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति’ की पुष्टि के स्थान पर भारत यह क्यों नहीं कह सकता है कि ‘हम जवाबदेह परमाणु शक्ति हैं और गैर-जिम्मेदाराना तरीके से इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे।’ उन्होंने बाद में इस बयान को निजी बताया था। जकारिया ने कहा कि किसी देश के रक्षा मंत्री का यह बयान और लगातार तनाव बढ़ाना एवं आक्रामक रुख रखना सभी के लिए चिंता की बात है।
 
भारत-जापान परमाणु समझौते को मुद्दा बनाया   : भारत-जापान परमाणु समझौते का नाम लिए बगैर पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कहा कि कुछ देशों के साथ परमाणु समझौता चिंता की बात है क्योंकि भारत क्षेत्र में और उससे इतर अक्खड़पन और आक्रामक नीति दिखलाता है। जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान ने खुद को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए सशक्त उम्मीदवार के तौर पर स्थापित किया है क्योंकि उसके गैर-भेदभावपूर्ण रवैए के कारण उसका समर्थन करने वाले देशों की संख्या बढ़ी है। 
 
जकारिया ने कहा, ‘साथ ही इस मान्यता को बल मिल रहा है कि वर्ष 2008 में भारत को जो छूट दी गई थी उससे ना ही अप्रसार व्यवस्था को मदद मिली है और ना ही दक्षिण एशिया में सामरिक स्थिरता के लक्ष्य को पाया जा सका।’ प्रवक्ता ने इस बात को लेकर विश्वास जताया कि एनएसजी के सदस्य देश भविष्य में अप्रसार व्यवस्था के क्षरण को रोकने की जरूरत के मद्देनजर और नियमबद्ध संस्था के रूप में एनएसजी की विश्वसनीयता को बचाने के लिए इन चीजों को दिमाग में रखेंगे।
 
सैनिकों को मारे के बाद पनडुब्बी को खदेड़ना का दावा : एक दिन पहले 11 भारतीय सैनिकों को मारने का झूठा दावा करने वाले पाकिस्तान ने शुक्रवार को फिर ऐसा ही दावा किया। पाक नौसेना ने कहा कि एक भारतीय पनडुब्बी उसके जलक्षेत्र में घुस आई थी। लेकिन उसे दूर खदेड़ दिया गया। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने इसके जवाब में कहा कि इस समय भारत की एक भी पनडुब्बी अंडर वाटर नहीं है। इसलिए पाकिस्तान का दावा पूरी तरह झूठ है। 
 
पाकिस्तानी नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, 'भारत की एक पनडुब्बी सोमवार को हमारे जलक्षेत्र में देखी गई। वह बलूचिस्तान की ओर बढ़ रही थी। नौसेना बेड़े ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसका तब तक पीछा किया जब तक वह पाकिस्तानी जल क्षेत्र से बाहर नहीं चली गई। यह हमारी पनडुब्बी रोधी क्षमता का स्पष्ट सबूत भी है।' रिटायर्ड कमांडर तस्नीम अहमद ने कहा कि भारतीय पनडुब्बी टाइप 209 श्रेणी की थी। यह दुनिया की सबसे अधिक घातक पनडुब्बियों मे से एक है। 
 
पाक संसद ने 'भारतीय गोलीबारी' की निंदा की  : पाकिस्तानी संसद ने शुक्रवार को 'भारतीय गोलीबारी' की निंदा करते हुए प्रस्ताव पास किया। प्रस्ताव के मुताबिक भारतीय सेना ने हाल ही में भीमबर सेक्टर में सात पाकिस्तानी जवानों को मार दिया था। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने भी महासचिव बान की मून को लिखी चिट्ठी में भारत पर फायरिंग का आरोप लगाया है। 
 
पाकिस्‍तान द्वारा कश्‍मीर मुद्दा उठाए जाने और खुद पर मानवाधिकार हनन का आरोप लगाए जाने पर भारत ने पड़ोसी मुल्‍क को करारा जवाब दिया है। भारत ने पलटवार करते हुए कहा कि उसके नागरिकों ने लगातार पाकिस्‍तान के 'प्रॉक्‍सी (छद्म)' आतंकवादी हमलों को सहा है और इन हमलों के जरिए पाकिस्‍तान क्षेत्रीय प्रभुता के अजेंडे को आगे बढ़ाता है।
 
भारत का पाकिस्‍तान को जवाब : संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के स्‍थायी मिशन के काउंसलर मयंक जोशी ने 'राइट ऑफ पीपल टु सेल्‍फ-डिटर्मिनेशन' विषय पर आयोजित एक सेशन के दौरान कहा, 'पाकिस्‍तान, जिसके खुद के नागरिक अपने लोकतांत्रिक अधिकारों से महरूम हैं और जिसने भारतीय राज्‍य जम्‍मू-कश्‍मीर के एक हिस्‍से पर अवैध तरीके से कब्‍जा जमा रखा है, वह भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के जरिए आत्‍मनिर्णय के अधिकार का हनन करता है और क्षेत्रीय प्रभुता स्‍थापित करने के एजेंडे को बढ़ाता है।'

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