भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और देश के अंतिम वाइसराय लार्ड लुइस माउंटबैटन की पत्नी एडिविना माउंटबेटन के बीच अंतरंग संबंध बताए जाते हैं। कुछ समय पहले द टेलीग्राफ में लेडी एडविना के नाती (उनकी बेटी पामेला माउंटबैटन के वास्तुविद पुत्र) एश्ली हिक्स ने एक दावा करके पचास साल पुराने इस अध्याय को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने लेख में कहा कि उनकी नानी का नेहरू से किसी तरह का शारीरिक संबंध नहीं था क्योंकि नेहरू जी पुरुषत्वहीन और शक्तिहीन थे। इन शब्दों के लिए 'इम्पटेंट' लिखा गया है।
हिक्स ने द टेलीग्राफ में लिखे लेख में कहा कि हालांकि उनकी नानी की नेहरू के लिए गहरी रोमांटिक भावनाएं थीं, लेकिन नेहरूजी की इस स्थिति के चलते दोनों का संबंध बिस्तर तक नहीं पहुंच सका। हिक्स का यहां तक दावा है कि नेहरू की इस शारीरिक कमजोरी के बारे में उनकी एक बहन ने ही बता दिया था। यह बात उस समय की है कि जबकि दोनों के बीच किसी प्रकार के कोई संबंध नहीं थे।
हिक्स की मां पामेला एंडरसन ने अपनी जीवनी में भी इस प्लेटोनिक संबंध के बारे में स्वीकार किया था जबकि इस मामले में कोई भी लिखित प्रमाण मौजूद नहीं था। हालांकि बाद में बहुत से इतिहासकारों ने भी इस विषय पर लिखा। जबकि पामेला का कहना है कि 'उनकी मां एक बहुत ही लापरवाह प्रेमिका थीं जो कि बिना किसी चिंता के शारीरिक संबंध बनाने में यकीन रखती थीं।
उनके कई पुरुषों के साथ ऐसे रिश्ते भी थे लेकिन नेहरू के साथ ऐसे संबंध नहीं थे क्योंकि एक बहुत बड़े सार्वजनिक पद पर रहने के कारण उन्हें समय भी नहीं मिलता था। हिक्स ने इन आरोपों से संभव है कि समाप्त समझे जाने वाले इस मामले में आग में घी डाले जाने का काम किया है और संभव है कि इस मामले को लेकर और कुछ लिखा-सुना जाए।