अमेरिका ने दावा किया कि उसके हमले से ईरान का परमाणु मिशन बर्बाद हो गया। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने रविवार को कहा कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है। उनका यह बयान अमेरिका के ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अचानक हमला करने के बाद आया है।
हेगसेथ और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एयरफोर्स जनरल डैन केन ने पेंटागन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस मिशन का नाम "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" था।
उन्होंने कहा कि इसमें दुश्मन को भ्रम में डालने की रणनीति और नकली लक्ष्य इस्तेमाल किए गए तथा इसे ईरान की ओर से किसी प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। हेगसेथ ने कहा कि यह मिशन सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं था और न ही है।
केन ने कहा कि अभियन का लक्ष्य - फोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान में परमाणु स्थलों को नष्ट करना - हासिल कर लिया गया है। केन ने कहा कि अंतिम युद्ध क्षति (के आकलन) में कुछ समय लगेगा, लेकिन प्रारंभिक आकलन से संकेत मिलता है कि तीनों ठिकानों को अत्यधिक गंभीर क्षति पहुंची है और तबाही झेलनी पड़ी है।
क्या बोला ईरान
अमेरिका ने शनिवार देर रात ईरान परमाणु ठिकाने फोर्दो, इस्फहान और नतांज़ पर हमला बोला था। अमेरिका का दावा है कि उसने ईरान के परमाणु मिशन को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। उधर ईरान के न्यूक्लियर सेफ्टी सिस्टम सेंटर ने अमेरिका के इस दावे को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि अमेरिका के हमले से उनके परमाणु मिशन को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। Edited by : Sudhir Sharma