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पुलिस ने ऐसे किया दोनों भाइयों को ढेर

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, शनिवार, 10 जनवरी 2015 (12:34 IST)
पेरिस। पेरिस में अलग-अलग जगहों पर लोगों को बंधक बनाने वाले 3 आतंकी शुक्रवार रात मारे गए। साथ ही 3 बंधक भी मारे गए, क्योंकि बंदूकधारियों और फ्रांसीसी सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई।
 
बंधक प्रकरण के चलते पूरे फ्रांस में और खासकर पेरिस में अभी भी दहशत का माहौल रहा। शहर के अधिकारियों ने निवासियों और पर्यटकों को संभावित हमलों से बचाने की कवायद के तहत समीपवर्ती यहूदी इलाकों को बंद रखा, स्कूल बंद करा दिए और निवासियों से घरों में ही रहने और पूरी सतर्कता बरतने को कहा।
 
बुधवार को फ्रांस में दशकों बाद एक भयावह आतंकी हमला हुआ जिसमें व्यंग्य पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' के कार्यालय में आतंकियों ने 12 लोगों को मार डाला। तब से फ्रांस में हाई अलर्ट है।
 
फ्रांसीसी पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 'शार्ली हेब्दो' नरसंहार मामले में संदिग्ध अल कायदा से जुड़े दो भाई शेरिफ काउची (32) और सईद काउची (34) मारे गए। उन्होंने जिन लोगों को बंधक बनाया था उन्हें रिहा करा लिया गया।
 
यूएनएसए पुलिस यूनियन के गाएल फैबियानो ने बताया कि एक अन्य बंदूकधारी ने दोपहर को पेरिस में कोशेर ग्रोसेरी में कम से कम 5 लोगों को बंधक बना लिया था। वह बंदूकधारी भी सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारा गया।
 
बंदूकधारी की पहचान एमेदी काउलीबेली के तौर पर हुई है। दोनों पुलिस अधिकारियों ने काउलीबेली के मारे जाने की पुष्टि की। एक अधिकारी ने बताया कि कोशेर ग्रोसेरी में 3 बंधक भी मारे गए हैं।
 
कोई भी पुलिस अधिकारी यह नहीं बता पाया कि उस महिला का क्या हुआ जिसका नाम पुलिस के बुलेटिन में काउलीबेली की सहयोगी के तौर पर था। 'शार्ली हेब्दो' मामले के दोनों संदिग्ध भाई पेरिस के पूर्वोत्तर में एक प्रिंटिंग संयंत्र में छिपे थे। 
 
सुरक्षा बलों ने वहां हमला कर उन्हें मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने कोशेर ग्रॉसेरी में कार्रवाई की। कुछ ही देर बाद पोर्टे दे विन्सेनेस ग्रॉसरी स्टोर से कई लोगों को बाहर आते देखा गया। सुरक्षा बल अभी भी वहां आसपास मौजूद हैं। 
 
अभी स्पष्ट नहीं है कि स्टोर में कितने लोगों को बंधक बनाया गया या कितनों को छोड़ा गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों के अंदर आने से कुछ देर पहले कोशेर ग्रॉसरी में बंदूकधारी ने धमकी दी कि अगर फ्रांसीसी अधिकारियों ने दोनों भाइयों पर हमला किया तो वह पांचों बंधकों को मार डालेगा। अधिकारी ने बताया कि बंधक बनाने के दोनों मामले में आरोपी एक- दूसरे को जानते थे।
 
पेरिस के पूर्वोत्तर में दामार्तिन एन गोएली में एक प्रिंटिंग संयंत्र से दोपहर को विस्फोट और गोली चलने की आवाजें सुनाई दीं तथा इमारत से सफेद धुआं निकलता देखा गया। सुरक्षा बलों ने लगभग पूरे दिन इमारत को घेरे रखा था। धमाकों के बाद पुलिस के एसडब्ल्यूएटी बलों को इमारत की छत पर देखा गया और पुलिस का एक हेलीकॉप्टर समीप ही उतरा।
 
शार्लीज दे गाउले हवाई अड्डे के समीप स्थित इस शहर की प्रवक्ता आउड्रे तौपेनास ने बताया कि गोलीबारी में दोनों भाई मारे गए।
 
संभावित हमलों को रोकने की कोशिश में पेरिस के मेयर कार्यालय ने रोजियर्स स्ट्रीट के आसपास की सभी दुकानें बंद करा दीं। इस सड़क पर आमतौर पर भीड़ रहती है। सड़क 'शार्ली हेब्दो' कार्यालय से सिर्फ 1 किमी दूर है।
 
पेरिस पुलिस ने बंदूकधारी एमेदी कोउलीबेली और दूसरी संदिग्ध एक महिला हयात बौमदीएने की तस्वीर जारी की है। अधिकारी के अनुसार हयात एमेदी की सहयोगी है। अधिकारी ने बताया कि जब बंदूकधारी ने कोशेर ग्रॉसेरी में गोली चलाई तो कई लोग घायल हो गए और भागे।
 
पुलिस के अनुसार करीब 100 छात्रों को स्कूल में ही रोक दिया गया और पेरिस की ओर जाने वाला राजमार्ग बंद कर दिया गया।
 
इससे पहले पुलिस के ट्रकों का काफिला, हेलीकॉप्टर और एम्बुलेंस को दामार्तिन एन गोएली में देखा गया। यह पूरी कवायद 'शार्ली हेब्दो' के संदिग्धों को पकड़ने के लिए थी। दोनों संदिग्धों में 2 दिन से अधिक समय तक फरार रहने के बाद समीपवर्ती शहर से एक कार का अपहरण कर लिया था।
 
इस बीच यह भी पता चला है कि दोनों भाई बरसों से अमेरिका की आतंकवाद निगरानी सूची में शामिल थे।
 
इन हमलावरों के मारे जाने के साथ ही 48 घंटे से फ्रांस में व्याप्त दहशत और अनिश्चितता का अंत हो गया जिसकी शुरुआत 'शार्ली हेब्दो' पत्रिका के कार्यालय में 2 भाइयों के हमले में 12 लोगों के मारे जाने से हुई थी। यह हमला फ्रांस में आधी सदी में हुआ सबसे भयावह हमला था। (भाषा) 
 

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