ईरान-इराक़ में आए भूकंप की भयावहता का अंदाज इस बात से लगता है कि भूकंप के केंद्र के नजदीक बसे कई इलाकों के गांव-कस्बे तबाह हो गए है। वहां कयामत का मंजर दिखाई दे रहा है और भूकंप के बाद लगातार आ रहे ऑफ्टर शॉक्स से कब्रें टूट गईं और उनमें से लाशें बाहर आ गईं हैं।
इस समय वहां न तो पानी है न ही सिर छुपाने के लिए छत बची है। लोग नदी के पानी के इस्तेमाल कर रहे हैं।इस भूकंप में मरने वालों की संख्या 396 तक पहुंच गई है। उल्लेखनीय है कि यहां रविवार शाम को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया था। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे का कहना है कि इस बार भूकंप का केंद्र इराक़ी कस्बे हलाब्जा से दक्षिण-पश्चिम में 32 किलोमीटर दूर स्थित था।
सारपोल-ए ज़हाब शहर तबाह हो गया है। मेयर सोशल हाउसिंग बिल्डिंग पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। शहर की 30 प्रतिशत इमारतें ढह गई हैं। स्थानीय बचावकर्मियों का कहना है कि लोगों को खाने और पानी की जरूरत है। बचाव दल शहर में है लेकिन मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
करमनशाह में भूकंप के केंद्र के पास स्थित कई गांव गायब हो गए हैं। लोगों के पास पर्याप्त खाना और पानी नहीं है और उन्हें टेंट की जरूरत है। सलास-ए बाबजानी जिला भूकंप के केंद्र के नजदीक हैं यहां 50 से 80 प्रतिशत घर बर्बाद हो चुके हैं।