रोम। इटली के प्रोवेग्लिया आईलैंड की प्राकृतिक सुंदरता इतनी मनोहारी है कि एक बार यहां आकर आपको दुनिया में किसी इलाके में जाने की इच्छा नहीं होगी, लेकिन यह आईलैंड दुनिया का सबसे ज्यादा शापित, इतना खतरनाक और भयानक भी है कि यहां आकर आपका जीवित वापस लौटना भी संभव नहीं हो सकता है। 'आईलैंड ऑफ डेड' (मौत का द्वीप) के नाम से मशहूर इटली का यह एक ऐसा आईलैंड हैं जहां अगर कोई एक बार चला गया तो फिर उसका जिंदा बचना मुश्किल है।
विदित हो कि इटली के प्रोवेग्लिया आईलैंड पर 1922 में मेंटल हॉस्पिटल बनाया गया था, लेकिन इस हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर और नर्सों को अक्सर कुछ असामान्य चीजें नजर आती रहती थीं, जिसकी वजह से इस हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया। कई वर्षों तक ये हॉस्पिटल वीरान पड़ा रहा। एक वेबसाइट ऑफट्रैक प्लेनेट के अनुसार, सन् 1960 में इटली की सरकार ने इस आईलैंड को किसी को बेच दिया। आईलैंड का नया मालिक यहां अपने परिवार के साथ रहने लगा। एक दिन इस आईलैंड के मालिक की बेटी के मुंह पर किसी ने काट लिया जिसकी सर्जरी के समय उसके मुंह पर 14 टांके लगाने पड़े।
अंतत: कुछेक समय बाद ही उद्योगपति परिवार समेत कहीं और चला गया। लगातार हो रही विपरीत परिस्थतियों के कारण सरकार ने लोगों के इस आईलैंड पर जाना प्रतिबंधित कर दिया। 120 वर्ष पहले इस जगह का प्रयोग प्लेग ग्रस्त लोगों के लिए किया जाता था। प्लेग के मरीजों को यहां छोड़ दिया जाता था, जिससे और लोगों तक ये संक्रमण न फैल सके। इसके बाद अन्य प्राणघातक बीमारियों के लिए भी इस जगह का इस्तेमाल होता रहा।
इन बीमारियों से मर जाने के बाद भी लोगों को यहां दफना दिया जाता था। जब यहां पर मरीजों की संख्या 1 लाख 60 हजार तक पहुंच गई तो उन्हें जिंदा जला दिया गया। इसके बाद से इस स्थान को संक्रमित, शापित और भयानक माना जाता रहा है। इसलिए इतालवी सरकार ने यहां किसी का भी आना प्रतिबंधित कर रखा है।