संयुक्त राष्ट्र। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को राष्ट्रों से आह्वान किया कि वे दुनिया के सुदूर क्षेत्रों या हमारे अपने आसपास से पैदा होने वाले आतंकवाद के खतरे के प्रति सतर्क रहें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग अमेरिका के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, उन्हें अमेरिका के रूप में एक-एक प्रतिबद्ध शत्रु मिलता रहेगा।
बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में कहा कि आज की दुनिया 2001 की दुनिया नहीं है और अमेरिका वही देश नहीं है कि जब हम पर 20 साल पहले हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि अमेरिका विश्व को कार्रवाई के लिए एकजुट करना चाहता है और हम सिर्फ अपनी शक्ति के जरिए उदाहरण नहीं पेश करेंगे बल्कि ईश्वर की इच्छा के साथ अपने उदाहरण की शक्ति के साथ नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवादी खतरों सहित विभिन्न हमलों के खिलाफ अपनी, अपने सहयोगियों और अपने हितों की रक्षा करता रहेगा तथा हम जरूरत पड़ने पर बलप्रयोग करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि हमें इस खतरे के प्रति भी सतर्क रहना चाहिए कि आतंकवाद हमारे सभी राष्ट्रों के लिए खतरा है, चाहे वह दुनिया के सुदूर के क्षेत्रों से हो या हमारे अपने आसपास से। पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए बाइडन ने कहा कि हम आतंकवाद के कड़वे असर को जानते हैं। आतंकवाद का कड़वा असर वास्तविक है। लगभग हम सभी ने इसका अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने काबुल में हुए एक घृणित आतंकवादी हमले में हमने 13 अमेरिकी नायकों और लगभग 200 निर्दोष अफगान नागरिकों को खो दिया।
उन्होंने कहा कि जो लोग अमेरिका के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, उन्हें अमेरिका के रूप में एक प्रतिबद्ध दुश्मन मिलता रहेगा। आज हम आतंकवादी खतरों को रोकने के लिए, पता लगाने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित हैं तथा उन्हें पीछे हटाने और जवाब देने की अधिक क्षमता है। बाइडन ने कहा कि अमेरिका जानता है कि आतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करने के लिए उनके वित्त और उनकी मददगार प्रणालियों को लक्षित करके, उनके दुष्प्रचार का मुकाबला करके, उनकी यात्रा को रोकने के साथ-साथ आसन्न हमलों को बाधित करने के लिए प्रभावी साझेदारी कैसे बनाई जाए।(भाषा)