इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने 14 खूंखार आतंकवादियों को मौत की सजा दिए जाने की शुक्रवार को पुष्टि की। ये आतंकवादी सुरक्षा बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमले करने और निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल थे।
सेना की मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि 2014 में पेशावर के एक स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद विशेष सैन्य अदालतों की स्थापना की गई थी। इन्हीं अदालतों ने आतंकवादियों को मौत की सजा सुनाई है।
बयान में कहा गया कि 20 अन्य आतंकवादियों को अदालतों ने जेल की सजा सुनाई है। सेना के अनुसार कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) ने 14 खूंखार आतंकवादियों को मौत की सजा सुनाए जाने की पुष्टि की है। ये आतंकवादी आतंकवाद से जुड़े नृशंस अपराधों में शामिल थे।
बयान में बताया कि इन सभी को सुरक्षा बलों और पाकिस्तान की अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमला करने, शैक्षणिक संस्थान, पुलिस स्टेशन और संचार ढांचों को तबाह करने और निर्दोष लोगों की जान लेने के मामले में दोषी ठहराया गया था।
सेना ने कहा कि कुल मिलाकर इन आतंकवादी गतिविधियों में सुरक्षा बलों के 13 जवान और 3 नागरिकों समेत 16 लोगों की मौत हो गई थी और 19 अन्य घायल हो गए थे।