न्यूयॉर्क। प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) अपने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है। यह दुनियाभर में काम कर रहे उसके कुल कर्मचारियों का 5 प्रतिशत है। कंपनी मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों और उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं के कारण यह कदम उठा रही है।
माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला ने अपने कर्मियों से संवाद करते हुए कहा कि कंपनी अपनी मूल्य अवसंरचना को राजस्व और उपभोक्ता मांग के अनुपात में करेगी।
उन्होंने कहा, आज हम ऐसे बदलाव कर रहे हैं, जिनसे वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के अंत तक 10000 कर्मी कम हो जाएंगे। यह हमारे कर्मियों की कुल संख्या का पांच प्रतिशत से कम है। हम जानते हैं कि यह समय हर संबद्ध व्यक्ति के लिए चुनौतीपूर्ण है।
कंपनी ने बताया कि प्रभावित कर्मियों को क्षतिपूर्ति भुगतान, छह महीनों तक स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं, दो महीने पहले नौकरी से निकालने का नोटिस दिया जाएगा। इससे पहले फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हॉट्सएप की मूल कंपनी मेटा ने पिछले साल नवंबर में 11000 से ज्यादा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया था। यह संख्या उसके कुल कर्मियों का लगभग 13 प्रतिशत थी।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के कारण कंपनियां खर्चे में कमी और संचालन को पुनर्गठित करने के लिए मजबूर हो गई हैं। इस बीच, अमेजन 18000 से ज्यादा कर्मियों को नौकरी से निकाल रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को शेयर बाजार को बताया कि उसने निकाले जाने वाले कर्मचारियों को सूचना दे दी है। इसमें से कुछ को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
कंपनी ने कहा कि वह अपने हार्डवेयर विभाग में भी बदलाव कर रही है और पट्टे पर लिए गए अपने कुछ कार्यालय परिसरों की संख्या कम करेगी। कंपनी के इन कदमों से लगभग 1.2 अरब डॉलर की बचत होगी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)