लॉकडाउन जहां लोग नियमों का पालन कर रहे थे, वहीं डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टी करने को लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन विवादों में घिर गए हैं।
हाउस ऑफ कॉमंस में उन्होंने माफी मांगी है, हालांकि बावजूद इसके उनका यह संकट कम नहीं हो रहा है, बल्कि विपक्ष उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है।
चर्चा तो यहां तक है कि दबाव के चलते जॉनसन पीएम पद छोड़ सकते हैं। वहीं नए पीएम के तौर पर ऋषि सुनक का नाम सबसे आगे चल रहा है।
ब्रिटेन ने लंबे वक्त तक भारत पर शासन किया। लेकिन, अब वक्त का पहिया ऐसा घुमा कि ब्रिटेन में एक भारतीय मूल के शख्स ऋषि सुनक का नाम पीएम के लिए देखा जा रहा है। ऋषि सुनक इस वक्त ब्रिटेन के वित्त मंत्री हैं।
ऋषि सुनक भारतीय सॉफ़्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति नारायण मूर्ति की बेटी हैं। ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं।
हैंपशायर में जन्मे 39 वर्षीय सुनक वर्ष 2015 से रिचमंड (यॉर्कशायर) के सांसद हैं। उन्होंने ब्रिटेन के निजी विद्यालय विंचेस्टर कॉलेज में स्कूली पढ़ाई की। सुनक पिछले साल रिचमंड (यॉर्क्स) सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए थे। इससे पहले 2018 में उन्हें ब्रिटेन का आवास मंत्री बनाया गया था।
सुनक ने उच्च शिक्षा के लिए प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। जहां से उन्होंने दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद वह एमबीए करने के लिए अमेरिका में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी गए, जहां से उन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की।
राजनीति मे दाख़िल होने से पहले उन्होंने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में काम किया और एक निवेश फ़र्म को भी स्थापित किया।
सुनक को अक्तूबर 2014 में रिचमंड (यॉर्क) के लिए कंजर्वेटिव उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। इस सीट पर पहले पार्टी के पूर्व नेता और विदेश सचिव विलियम हेग थे। सुनक को 2015 के आम चुनाव में 19,550 (36.2%) के बहुमत के साथ निर्वाचन क्षेत्र के लिए सांसद के रूप में चुना गया था।
सुनक ने यूरोपीयन यूनियन को लेकर हुए जनमत संग्रह में इसे छोड़ने के पक्ष में प्रचार किया और उनके संसदीय क्षेत्र में यूरोपीयन यूनियन छोड़ने के पक्ष में 55 फ़ीसदी लोगों ने मतदान किया।
2017 के आम चुनाव में सुनुक को फिर से सांसद के रूप में 23,108 (40.5%) के बहुमत के साथ चुना गया था। वह जनवरी 2018 और जुलाई 2019 के बीच स्थानीय सरकार के लिए संसदीय अवर सचिव थे।
मीडिया इंटरव्यू के लिए सरकार अक्सर उन्हें ही आगे रखती है। इसके अलावा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के चुनाव प्रचार में भी उन्होंने अहम रोल दिखाया। कई मौकों पर टीवी डिबेट में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जगह पर ऋषि ने हिस्सा लिया।