Israel-Hamas war : इसराइल और हमास के बीच भयानक युद्ध जारी है। मीडिया खबरों के मुताबिक अब तक 4000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इसराइल दौरे से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसराइल, ईरान, मिस्र, सीरिया और फिलिस्तीन के राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात की।
पुतिन ने नेतन्याहू से कहा है कि वे इस संकट को खत्म करने के लिए हर तरह की सहायता को तैयार हैं। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा कि 'व्लादिमीर पुतिन ने नेतन्याहू को स्थिति को सामान्य बनाने, हिंसा को बढ़ने से रोकने और गाजा पट्टी में मानवीय तबाही को रोकने के लिए रूस की ओर से उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताया।
10 लाख लोगों ने छोड़ा घर : गाजा पट्टी में 10 लाख से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। सहायता समूहों ने चेतावनी दी है कि इजराइल के जमीनी हमले से मानवीय संकट बढ़ सकता है। अमेरिकी युद्धपोतों की मदद से इजराइली बल गाजा सीमा पर तैनात हो गए हैं और उन्होंने युद्धाभ्यास किया जिसे इसराइल ने बताया कि यह आतंकवादी समूह को मटियामेट करने के लिए एक बड़ा अभियान होगा। एक सप्ताह से लगातार किए जा रहे हवाई हमलों से गाजा पट्टी में कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं लेकिन इससे इसराइल पर आतंकवादियों के रॉकेट हमले नहीं रुके हैं।
सबसे भीषण युद्ध : 7 अक्टूबर को शुरू हुआ यह युद्ध दोनों पक्षों के लिए गाजा के पांच युद्धों में से सबसे भीषण है। इसमें दोनों ओर के 4,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 2,750 फिलीस्तिनियों की मौत हो गई है और 9,700 घायल हैं। इसराइल के मुताबिक 1,400 से अधिक नागरिकों की मौत हो गई है और बच्चों समेत कम से कम 199 अन्य नागरिकों को हमास ने बंधक बनाया है और उन्हें गाजा ले गया है।
ईरान की चेतावनी : ईरान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अगर इजराइल गाजा पट्टी पर हवाई हमले रोक देता है तो हमास करीब 200 बंधकों को रिहा करने के लिए संभवत: तैयार है। ईरान ने यह भी चेतावनी दी कि अगर इजराइल आने वाले दिनों में गाजा पट्टी में व्यापक जमीनी अभियान चलाता है तो वह युद्ध में प्रवेश कर सकता है। ईरान द्वारा समर्थित लेबनानी शिया मिलिशिया समूह हिजबुल्ला ने इजराइल में मिसाइल हमले किए हैं।एजेंसियां Edited by: Sudhir Sharma