कीव। यूक्रेन पर कब्जे में नाकाम रही रूसी सेना अब बर्बर होती जा रही है। बताया जा रहा है कि पुतिन की सेना अब निहत्थे लोगों को भी निशाना बना रही है, जबकि इससे पहले कहा जा रहा था कि रूसी सेना सिर्फ यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को ही निशाना बना रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बूचा में 410 लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद रूस की सेना ने मारियुपोल में 20 लोगों को लाइन में खड़ा कर गोलियों से भून दिया। दूसरी ओर मोतिजूर में वहां के मेयर और उसके परिवार के 5 सदस्यों की हत्या कर दी गई।
रूसी सेना की बर्बरता के बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार सदस्यों की टीम यूक्रेन पहुंच गई है। यह भी कहा जा रहा है कि रूस को मानवाधिकार परिषद से बाहर किया जा सकता है।
जेलेंस्की ने कहा- बदला लूंगा : बूचा नरसंहार के बाद वहां पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भावुक होते हुए कहा कि मैं अपनों की मौत का बदला लूंगा। साथ ही कहा कि अब युद्धविराम की अपील नहीं करेंगे। जेलेंस्की ने कहा कि हम अपनी आखिरी सांस तक लड़ेंगे।
अब डोनबास पर हमले की तैयारी : वहीं, यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ ने मंगलवार सुबह कहा कि रूस अपनी सेना को फिर से एकत्रित कर रहा है और उसकी डोनबास पर हमले की तैयारी है। जनरल स्टाफ के फेसबुक पेज पर प्रकाशित खबर में कहा गया है, 'हमारा लक्ष्य दोनेत्स्क और लुहांस्क पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करना है।'
फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, रूसी सेना दोनेत्स्क और लुहांस्कस के अलावा पोपासना व रुबिझ्ने जैसे शहरों पर नियंत्रण स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा रूसी सेनाएं मारियुपोल पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।