मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दुनिया को चेतावनी दी है कि कोई उनकी योजना और रूस के हितों में टांग अड़ाने की कोशिश न करे। इसके साथ ही गुरुवार को रूसी युद्धपोतों ने क्रीमिया के पास मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को यूक्रेन ने क्रीमिया के पास वाले इलाकों में मिसाइलें तैनात की थीं। इससे पुतिन नाराज हो गए हैं और उन्होंने अपनी सेनाओं को भी हाई अलर्ट कर दिया है।
यूक्रेन मीडिया ने आशंका जताई थी कि यूक्रेनी मिसाइलों के परीक्षण के समय रूसी सेना उन्हें बीच में ही मार गिराएगी। यूक्रेनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारियाना बेत्सा ने कहा था कि उन्हें रूस से कई दस्तावेज और पत्र मिले हैं जिनमें इस मिसाइल अभ्यास का विरोध किया गया है। गुरुवार को रूस ने काला सागर के प्रायद्वीप क्रीमिया में कई मिसाइलों का एकसाथ परीक्षण भी किया। क्रीमिया यूक्रेन का प्रांत था जिस पर रूस ने मार्च 2014 में अधिकार जमा लिया था।
राष्ट्रपति पुतिन ने क्रेमलिन में अपने सालाना संबोधन में गुरुवार को अमेरिका और यूरोपीय संघ पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश को मेरी योजनाओं और रूसी इलाके में दखल नहीं देने दिया जाएगा। भारत से संबंधों पर उन्होंने कहा कि 'रूस भारत के साथ सहयोग को महत्व देता है और जापान के साथ अपने रिश्तों में सुधार की उम्मीद करता है।' उन्होंने मौजूदा मुश्किल हालात में वैश्विक एवं क्षेत्रीय स्थायित्व सुनिश्चित करने के एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में रूस और चीन की साझेदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों ने जिस तरह से पारस्परिक लाभकारी प्रभाव डाला है, यह उसका उदाहरण है।