लंदन। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक के नेतृत्व में हुए पहले उपचुनाव में विपक्षी लेबर पार्टी ने उत्तर पश्चिम इंग्लैंड से बढ़े हुए अंतर से शुक्रवार को जीत दर्ज की।
लेबर पार्टी की समंथा डिक्सन ने चेस्टर सीट पर कब्जा किया है और उन्हें कुल पड़े मतों में से 61 प्रतिशत यानी 17,309 मत मिले जो सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के प्रत्याशी से करीब 11 हजार अधिक हैं।
हालांकि इस सीट पर लेबर पार्टी की जीत की उम्मीद की जा रही थी, जो स्कैंडल की वजह से मौजूदा सांसद द्वारा इस्तीफा देने से खाली हुई थी। जीत के बड़े अंतर को सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के खिलाफ जनता के रुख के तौर पर देखा जा रहा है। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे दिखाते हैं कि जनता कंजरवेटिव पार्टी से ऊब चुकी है।
कंजरवेटिव पार्टी ने चेस्टर में वर्ष 1832 के बाद से सबसे खराब प्रदर्शन किया है और उसके उम्मीदवार लिज वार्डलॉ को महज 6,335 मत मिले हैं, जो कुल मतों का 22.4 प्रतिशत है। डिक्सन ने जीत को लेबर पार्टी के पक्ष में जनमत करार देते हुए कहा, चेस्टर और पूरे देश की जनता वास्तव में चिंतित है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी गेट मामले की वजह से बोरिस जॉनसन द्वारा नेतृत्व छोड़ने और लिज ट्रस के मिनी बजट से बाजार में आए भूचाल व उनके इस्तीफे के बाद गुरुवार को पहला उपचुनाव हुआ। इससे पहले जून में भी कंजरवेटिव पार्टी को दो सीटों पर हुए उपचुनाव में हार मिली थी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)