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OMG! दूसरे ग्रह से सिग्नल आया, एलियंस करना चाहते हैं संपर्क...

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, शुक्रवार, 2 सितम्बर 2016 (11:48 IST)
धरती के अलावा भी अंतरिक्ष के दूसरे ग्रह पर जीवन है, इस बात को लेकर अब तक खोज जारी है। वैज्ञानिक दूसरे ग्रह पर जीवन का पता लगाने में दुनियाभर के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं, लेकिन जो घटना हुई उसने सबक हौरान करके रख दिया है।
 
रूस के काकेशस प्रांत के एक शक्तिशाली टेलिस्कोप में ऐसी रहस्यमय आवाज रिकॉर्ड की गई है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि पृथ्वी के बाहरी अंतरिक्ष से दूसरे ग्रह के प्राणी हमसे सम्पर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।  
 
इस रहस्यमय तेज आवाज से दुनियाभर की वैज्ञानिकों में खलबली मच गई है। 15 मई 2015 को एक रूसी प्रयोगशाला के एक रेडियो टेलीस्कोप ने अंतरिक्ष से आई एक रहस्यमयी आवाज रिकॉर्ड की गई। इस आवाज को लेकर अब दुनियाभर के वैज्ञानिकों में भारी उत्सुकता पैदा हो गई है।
आखिर कौनसा है वह ग्रह... पढ़ें अगले पेज पर....

वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आवाज धरती से करीब 95 प्रकाशवर्ष दूर एक तारे HD 16495 से आई है। यह तारा भी 6.3 अरब वर्ष पुराना है। इस आवाज को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि जरूर उस तारे पर कोई उन्नत सभ्यता है, तभी इतनी दूर से इतना स्पष्ट सिग्नल भेजा सकता है। 
 
वैज्ञानिकों की बातों पर यकीन करें तो धरती पर अभी तक कोई भी ऐसा कोई यंत्र नहीं बनाया जा सका है जो इतना मजबूत सिग्नल भेज सके। इस आवाज के आने के बाद से वैज्ञानिकों ने उस तारे पर नजर रखनी शुरू कर दी है। अमेरिकी वैज्ञानिक इस दिशा में सबसे आगे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस बारे में जानकारी जुटा ली जाएगी।
 
डेलीमेल के लिए टॉम लेनार्ड ने लिखा है कि जो तरंगें पृथ्वी तक रूस के टेलिस्कोप द्वारा पकड़ी गई हैं वे वर्ष 1922 से हमारे अंतरिक्ष में यात्रा कर रही हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि क्या इन आवाजों से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वे हमारी सभ्यता की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहती हैं या फिर वे व्हाइट हाउस के ऊपर चक्कर लगाकर संतुष्ट हैं। अमेरिका स्थित वैज्ञानिकों के एक संगठन- सर्च फॉर एक्स्ट्राटेरेरिस्ट्रयल इंटेलिजेंस (सेटी) ने इस पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं। 
 
कैलिफोर्निया का एलेन टेलिस्कोप समूह तुरंत ही सक्रिय हो गया है और इसने सिग्नल के स्रोत के मार्ग के बारे में पता लगाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। हालांकि अमेरिकी वैज्ञानिकों को उतना तेज सिग्नल नहीं मिला है जितना कि रूसी टेलिस्कोप ने दर्ज किया है। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है ‍कि अंतरिक्ष में इतनी आधुनिक सभ्यता भी हो सकती है जिसके मुकाबले हमारे उपकरण और संसाधन बहुत ही पुराने जमाने के साबित हो रहे हों।  


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