नई दिल्ली/ कोलंबो। श्रीलंका में ईस्टर संडे पर हुए 8 धमाकों में मारे गए 290 लोगों की मौत के बाद पूरी दुनिया सकते में है। इस कायराना हरकत की दुनियाभर में घोर भर्त्सना की जा रही है। घटना के जो वीडियो सामने आए हैं, उन्हें देखकर कलेजा मुंह में आ जाता है। श्रीलंका में हुए इन धमाकों की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है जिसके चलते भारतीय तटरक्षक बलों को अलर्ट पर रखा गया है। प्लेन और जहाजों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
भारत को आशंका है कि हमले में शामिल लोग श्रीलंका से भागकर यहां आ सकते हैं। ये हमलावर समुद्र के रास्ते भारत में प्रवेश कर 26/11 के मुंबई हमलों जैसा एक और कांड न कर दें, लिहाजा भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारतीय समुद्री सीमा की निगरानी करने वाले रक्षक ऐहतियाती कदम उठाते हुए बेहद चौकन्ने हैं। इस हमले में 5 भारतीय भी मारे गए हैं।
सेना के 1000 से अधिक जवान तैनात : उधर श्रीलंका भी बम धमाकों से पूरी तरह हिल गया है जिसमें 290 लोगों की मौत के अलावा 500 से ज्यादा लोग घायल हैं। श्रीलंका ने इस आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना के 1,000 से अधिक जवानों को तैनात किया है। वायुसेना के जवानों को भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर रवाना किया गया है।
कोलंबो में 24 स्थानीय संदिग्ध गिरफ्तार : पुलिस प्रवक्ता एसपी रुवन गुनासेकारा ने इस मामले में अब तक 24 संदिग्धों को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है तथा सोमवार सुबह डामबुल्ला से 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि गिरफ्तार किए सभी संदिग्ध स्थानीय नागरिक हैं।
श्रीलंका में बस स्टैंड से 87 बम बरामद : श्रीलंका के बास्तियन मावठा में एक निजी बस स्टैंड पर पेट्टाह पुलिस ने सोमवार को 87 बम बरामद किए। पुलिस प्रवक्ता गुणाशेखर ने बताया कि पुलिस ने अपराह्न 1 बजे के आसपास बस स्टैंड पर 12 बम खोज निकाले थे। एक अन्य स्थान पर कूड़े के ढेर को साफ करने पर 75 बम बरामद हुए।
अमेरिका ने पर्यटकों को सचेत किया : उधर वॉशिंगटन में अमेरिका ने श्रीलंका में रविवार को हुए आतंकवादी हमलों के बाद वहां इस तरह के और हमले होने को लेकर पर्यटकों को सचेत करते हुए यात्रा संबंधी परामर्श जारी किया है। इस परामर्श में विशेष रूप से पर्यटकों को पर्यटन स्थलों की यात्रा के दौरान सतर्क रहने, स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने और स्थानीय मीडिया पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ब्यूरो ऑफ डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी की ओर से जारी परामर्श में कहा गया है कि आतंकवादी समूह श्रीलंका में लगातार हमलों की साजिश रच रहे हैं तथा वे पर्यटन स्थलों, बाजार, शॉपिंग मॉल, होटलों, क्लबों, रेस्तरां, पूजा स्थलों, पार्कों, खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, शिक्षा संस्थानों, हवाई अड्डों और अन्य सार्वजनिक स्थलों को निशाना बनाकर हमले कर सकते हैं।
हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली : रविवार सुबह 3 गिरजाघरों और 3 होटलों को निशाना बनाकर किए गए 8 सिलसिलेवार बम धमाकों में 290 लोगों की जान लेने के पीछे किस आतंकी गुट का हाथ था, यह अभी तक सामने नहीं आया है और न ही किसी ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
NTJ पर बम धमाके करने की आशंका : सरकारी प्रवक्ता रजिता सेनारत्ने ने हमलों के पीछे 'नेशनल तौहीद जमात' (NTJ) संगठन का हाथ होने की आशंका जाहिर की है। स्वास्थ्य मंत्री सेनारत्ने ने कहा कि माना जा रहा है कि धमाकों में शामिल सभी आत्मघाती हमलावर श्रीलंकाई नागरिक थे।