कोलंबो। श्रीलंका में बचावकर्ताओं ने भूस्खलन के मलबे में दबे और शव निकाले जिसके साथ ही मृतक संख्या 164 हो गई। श्रीलंका में बीते 14 वर्षों के दौरान हुई सबसे भयानक और मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है।
आपदा प्रबंधन केन्द्र (डीएमसी) ने बताया कि 104 लोग अभी भी लापता हैं जबकि 88 अस्पताल में भर्ती है। गुरुवार रात से लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण आई बाढ़ के कारण दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में करीब पांच लाख लोगों को अपना घर छोड़ने पर विवश होना पड़ा।
पुलिस ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सहायता लेकर जा रहा था श्रीलंकाई वायुसेना का हेलीकॉप्टर एमआई-17 दक्षिणी गाले जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आकस्मिक बाढ़ और धरती धंसने जैसी आपदाओं से बुरी तरह प्रभावित 14 जिलों में से गाले सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
हेलीकॉप्टर हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ और श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने एमआई 17 के स्क्वाड्रन लीडर भानुका देलगौडा को फोन कर उन्हें उनकी बहादुरी के लिए बधाई दी। पुलिस ने बताया कि खराब मौसम के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया था। शनिवार को श्रीलंका वायुसेना के एक अधिकारी वाईएमएस यपराटने (37) की गाले जिला में राहत अभियान चलाने के दौरान उस समय मौत हो गई जब वे हेलीकॉप्टर से गिर गए थे। तूफान ‘मोरा’ के तेज होने और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने के चलते अगले दो दिनों में और बारिश होने की संभावना है। (भाषा)