लंदन। स्टीफन हॉकिंग्स का उच्च प्रौद्योगिकी युक्त व्हीलचेयर और कम्प्यूटर से तैयार उनकी आवाज ज्यादा समय तक संरक्षित रह सकती है। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक का मार्च में निधन हो गया था। 'द संडे टाइम्स' के मुताबिक, वैज्ञानिक के परिवार को उम्मीद है कि उनके व्हीलचेयर और आवाज प्रणाली से उनकी यादें जिंदा रहेंगी और संग्रहालय इसे संभाल कर रख सकते हैं।
इस विचार पर भी काम किया जा रहा है कि लंदन में साइंस म्यूजियम हॉकिंग्स के जीवन पर प्रदर्शनी का आयोजन करे, जिसमें उनमें दो में से एक व्हीलचेयर तथा उनके व्याख्यान की रिकॉर्डिंग प्रदर्शित की जाए। कम्प्यूटर इंजीनियरों को 33 वर्ष पुराने सिंथेजाइजर को पुनर्बहाल करने में चार वर्ष का समय लग गया, जिसने हॉकिंग्स के रोबोटिक आवाज पैदा की। कैंब्रिज विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विशेषज्ञ पीटर बेनी ने अखबार से कहा, ‘हमने नई प्रणाली 26 जनवरी को व्हीलचेयर में लगाई थी।’ (भाषा)