रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। यूक्रेन के नियंत्रण वाले क्षेत्र डोनबास में गोलीबारी की दर्जनों घटनाएं सामने आई हैं जिसके लिए रूस के अलगाववादियों को जिम्मेदार माना जा रहा है जबकि रूस का कहना है कि ये हमले यूक्रेन की सेना (Ukraine Army) कर रही है। दोनों ही देश इन हमलों के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। इस तरह की घटनाओं को युद्ध की आहट के तौर पर भी देखा जा रहा है।
खबरों के मुताबिक यूक्रेन सीमा पर 1.9 लाख सैनिक तैनात हैं। रूस जोर देता रहा है कि हमला करने का उसका कोई इरादा नहीं है, लेकिन उसकी मांग है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश, यूक्रेन तथा अन्य पूर्व सोवियत देशों को 'नाटो' से बाहर रखें, यूक्रेन में हथियार तैनात न करें और पूर्वी यूरोप से 'नाटो' बलों को वापस बुला लें। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस की मांगों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
रूस करेगा परमाणु अभ्यास : रूसी सेना ने शुक्रवार को अपने सामरिक परमाणु बलों के बड़े पैमाने पर अभ्यास की घोषणा की। यह घोषणा पश्चिम की आशंका के बीच की गई है कि रूस, यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शनिवार को होने वाले अभ्यास की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे। अभ्यास में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को भी शामिल किया जाएगा।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन रक्षा मंत्रालय में एक कक्ष से इस अभ्यास का निरीक्षण करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि इस अभ्यास की योजना कुछ समय पहले बनाई गई थी ताकि रूसी सैन्य कमान और सैनिकों की तैयारी के साथ ही अपने परमाणु और पारंपरिक हथियारों की विश्वसनीयता की जांच की जा सके। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को आगाह किया था कि रूस कुछ दिनों के अंदर यूक्रेन पर हमला कर सकता है।