शीतयुद्ध के बाद पहली बार जर्मन सरकार ने देश के नागरिकों से कहा है कि वे कम से कम 10 दिन का राशन-पानी घर में जमा करके रखें। सरकार को आशंका है कि देश पर आतंकी या किसी तरह का हमला हो सकता है। इसके लिए सरकार बुधवार को बाकायदा एक प्रपोजल पास करने वाली है। 69 पन्नों का है ये प्रपोजल।
जर्मन न्यूज वेबसाइट फ्रांकफुर्तर अलगेमाइने के मुताबिक, होम मिनिस्ट्री ने 69 पन्नों के डॉक्युमेंट्स में यह प्रपोजल दिया है। इसके साथ ही नागरिक सुरक्षा कानून में 1995 के बाद पहली बार अमेंडमेंट किया जा रहा है। विपक्षी सांसदों ने इसकी आलोचना करते हुए लोगों में दहशत फैलाने के लिए उठाया गया कदम बताया है।
भोजन या पानी में जहर मिलाने की आशंका : गृह मंत्री थॉमस द मैजिएरे ने स्कूली बच्चों के एक प्रोग्राम में उन्हें अलर्ट रहने को कहा। उन्होंने कहा कि कोई भी आपके भोजन या पीने के पानी में जहर मिला सकता है। आपके घर की गैस सप्लाई खत्म कर सकता है।
सरकार ने जनता को दी सलाह : 10 दिन के लिए खाने की भरपूर चीजें और पानी घर में रखें। रोज के इस्तेमाल के लिए हर शख्स के हिसाब से कम से कम दो लीटर के हिसाब से पानी रखे। सरकार ने मिल्क पाउडर और बीन्स के साथ दूसरी खाने की चीजों को खुफिया जगह पर छिपा कर रखा है, ताकि इमरजेंसी में काम सके। आपदा की स्थिति में इमरजेंसी ऑफिस राशन और तेल के लिए अलग से कूपन जारी करेगा।