पेशावर। पाकिस्तान के पेशावर में एक सैनिक स्कूल पर बर्बर आतंकी हमले में घायल सात और लोगों ने बुधवार को दम तोड़ दिया, जिससे इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 148 हो गई। इस घटना में अब तक मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं।
वारसाक रोड स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल पर कल हुआ हमला पाकिस्तान के इतिहास का सबसे निर्मम आतंकवादी हमला था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हो रही है।
पाकिस्तानी तालिबान के कम से कम छह बंदूकधारियों ने स्कूल में दाखिल होकर कक्षाओं में जा जाकर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में शुरुआत में 132 बच्चों की मौत हुई थी।
सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा ने कहा कि कुछ वयस्कों की बुधवार को अस्पताल में मौत हो गई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 148 हो गई।
सेना ने मीडियाकर्मियों को उस सभागार सहित स्कूल परिसर का दौरा कराया, जहां छात्रों को प्राथमिक एवं मेडिकल आपातकालीन सेवाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
सुनसान पड़ी पूरी इमारत के फर्श पर हर तरफ मासूमों के खून के धब्बे फैले थे, जो दर्दनाक हमले की कहानी बयां कर रहे थे।
मीडियाकर्मियों को स्कूल बैग, जूते, हैंड बैग, मोबाइल फोन और पीड़ितों का अन्य सामान दिखाया गया। बाजवा ने कहा कि आतंकवादियों ने सभागार में करीब सौ छात्रों की हत्या की। (भाषा)