बैंकॉक। थाई अधिकारियों ने बुधवार को एक विवादास्पद बौद्ध मंदिर में बाघ के 40 शावकों का शव बरामद किया है। इस विवादास्पद मंदिर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बाघों को रखा जाता था। ऑनलाइन पोर्टल खाओ सोड द्वारा जारी तस्वीरों के मुताबिक इन शावकों की मौत हाल में हुई प्रतीत होती है, जिन्हें थाईलैंड के डिपार्टमेंट ऑफ नेशनल पार्क, वाइल्डलाइफ एंड प्लांट कंजर्वेशन के दल ने बुधवार की सुबह कुछ अन्य संरक्षित प्रजातियों के कंकाल के साथ बरामद किया।
अधिकारियों ने मंगलवार को एक अभियान चलाकर फा लूआंक ता बुआ यानासमपान मंदिर से 147 बाघों को छुड़वाया। यह मंदिर कांचानाबुरी प्रांत में स्थित है। इसे बाघ मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर प्रबंधकों ने सरकारी अधिकारियों को सहयोग करने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण इस कार्रवाई में कई दिन लग गए।
खाओ सोड की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक अधिकारियों ने 40 बाघों (सोमवार को 7 और मंगलवार को 33) को बचाने में सफलता पाई है। इस मंदिर को 7 बाघों के साथ 2001 में खोला गया था। यहां पर्यटकों को बाघों और अन्य जानवरों को नजदीक से देखने और उनके साथ फोटो खिंचवाने का मौका मिलता था, जिसकी पशु अधिकार संगठन कड़ी आलोचना कर रहे थे।
इन संगठनों का कहना था कि जब इन बाघों को पर्यटकों के पास लाया जाता है तो उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन लगाया जाता है। साथ ही इस मंदिर की आड़ में अवैश पशु तस्करी को बढ़ावा देने का आरोप भी था। इस दौरान इस मंदिर से बाघों को छुड़वाने और अन्य जानवरों के कंकाल की बरामदगी से पशु संगठनों के आरोपों की सच्चाई सामने आई है। वहीं, मंदिर प्रबंधन ने पशुओं के साथ अत्याचार और तस्करी के आरोपों से इनकार किया है। मंदिर से छुड़वाए गए बाघों को देश के विभिन्न विशिष्ट पशु केंद्रों में ले जाया गया है।