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नेपाल में रविवार को हुए बड़े विमान हादसे में सोमवार की सुबह से एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। अब तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं निकाला जा सका। नेपाल सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने दी।
बता दें कि रविवार को नेपाल की एयरलाइंस का विमान यति क्रेश हो गया था। जिसमें 72 यात्री सवार थे। मारे गए यात्रियों में 5 लोग भारतीय बताए जा रहे हैं। सोमवार को एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। इस हादसे में अब तक 68 लोगों की मौत होना बताया जा रहा है, कुछ लोगों की तलाश जारी है, लेकिन इस विमान में को-पायलट रहीं अंजू की कहानी और भी ज्यादा दर्दनाक है।
इस हादसे में सबसे दुखद पहलू यह है कि इसमें इसकी को-पायलेट अंजू खतीवड़ा की भी मौत हो गई। इस विमान की उड़ान के बाद उन्हें कैप्टन का प्रमाण पत्र दिया जाना था। लेकिन इसके ठीक पहले इस हादसे में को- पायलट अंजू की मौत हो गई। अंजू खतीवड़ा की इस हादसे में मौत के बाद नेपाल में शोक की लहर छा गई है। दरअसल, अंजू के पति भी विमान के पायलट थे और साल 2006 में एक विमान हादसे में उनकी भी मौत हो गई थी।
अपने पति की मौत के बाद अंजू ने अमेरिका में पायलट की शिक्षा और ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने कक्षा 12वीं तक भारत में ही पढाई की थी। जानकारी के मुताबिक हादसे का शिकार हुए विमान को पायलट कमल केसी उड़ा रहे थे। जबकि अंजू विमान की को-पायलट थीं। अंजू को करीब 100 घंटे विमान उड़ान का अनुभव था। इसके बाद उन्हें पायलट का प्रमाण पत्र दिया जाना था। लेकिन वक्त तो शायद ये मंजूर नहीं था और इसके पहले ही हादसा हो गया, जिसमें अंजू खतीवड़ा की मौत हो गई। उनकी मौत की खबर के बाद पूरे नेपाल में शोक की लहर है। उनकी कहानी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है।
edited by navin rangiyal