वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि रूस के हस्तक्षेप का 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। इस मामले में संघीय ग्रैंड ज्यूरी ने 13 रूसी नागरिकों और तीन कंपनियों को देश की राजनीतिक प्रणाली में हस्तक्षेप करने का दोषी ठहराया है।
अमेरिका के विशेष काउंसलर रॉबर्ट मुलर के कार्यालय ने कल इन सभी को दोषी ठहराये जाने की घोषणा की। उसमें यह भी कहा गया है कि इन लोगों ने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के जरिए भी 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया था।
यह रेखांकित करते हुए कि रूसी हस्तक्षेप बहुत पहले शुरू हुआ था, ट्रंप ने अपने प्रचार अभियान के संबंध में कहा, 'कोई मिली-भगत नहीं थी।'
उन्होंने कहा कि रूस ने अपना अमेरिका-विरोधी अभियान 2014 में शुरू किया था, मेरे राष्ट्रपति पद के चुनाव में भागीदारी की घोषणा से बहुत पहले। चुनाव परिणाम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। ट्रंप प्रचार अभियान में कुछ गलत नहीं किया - कोई मिली-भगत नहीं हुई।
बाद में व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में ट्रंप ने देशवासियों से अनुरोध किया कि वह सफलता पाने के लिए भ्रम पैदा करने वालों के खिलाफ एकजुट हों। (भाषा)