अंकारा। तुर्की ने अमेरिका से कहा है कि रूसी राजदूत आंद्रे कार्लोव की हत्या के पीछे मुस्लिम धर्मगुरु फतहुल्लाह गुलेन का हाथ था।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि तुर्की के विदेश मंत्री मौलूद जाउश उगलू ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी से मंगलवार को फोन पर यह बात कही। उन्होंने कैरी से कहा कि सिर्फ तुर्की ही नहीं बल्कि रूस का भी मानना है कि उसके राजूदत की हत्या के पीछे फतहुल्लाह गुलेन हाथ था।
मुस्लिम धर्मगुरु फतहुल्लाह गुलेन अमेरिका के पेंसोवेनिया में निवार्सन में रहा हैं। तुर्की ने इससे पहले जुलाई में अपने यहां हुए तख्तापलट की नाकाम कोशिश के पीछे फतहुल्ला गुलेन का हाथ बताया था। हालांकि गुलेन इन आरोपों से इनकार करता रहा है।
तुर्की में रूसी राजदूत आंद्रे कार्लोव की सोमवार को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे। रूसी राजदूत पर हमला करने वाला पुलिसकर्मी था और वह हमले के दिन सिक लीव पर था और उसने चिकित्सा प्रमाण पत्र लाने का वादा किया था।
हमलावर की पहचान 22 वर्षीय मेवलुट मर्ट अल्टिनटास के रूप में हुई है जो हमले के समय 'अलेप्पो को मत भूलो' और 'अल्ला हु अकबर' के नारे लगा रहा था। वह अंकारा के बाहरी इलाके देमेत्वलर में एक फ्लैट में रहता था। हमले से पहले की रात उसने गैलरी के निकट एक होटल में गुजारी थी। (भाषा)