Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भारतीयों को भगाना अमीन की बहुत बड़ी भूल : यूगांडा

हमें फॉलो करें भारतीयों को भगाना अमीन की बहुत बड़ी भूल : यूगांडा
कम्पाला , गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017 (11:05 IST)
कम्पाला। यूगांडा ने अपने तानाशाह शासक ईदी अमीन द्वारा यहां रह रहे भारतीयों को निष्कासित करने की घटना को एक भूल करार दिया है, लेकिन कहा है कि इस मामले से भारत का कोई लेना-देना नहीं है।

 
यूगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के एक बयान का हवाला देते हुए बुधवार को यहां कहा कि जिन भारतीयों को अमीन ने निष्कासित किया था, वे यूगांडा के नागरिक थे और यह मसला इस अफ्रीकी देश और ग्रेट ब्रिटेन के बीच का था। इससे भारत का कोई लेना-देना नहीं था।
 
मुसेवेनी एनटेब स्थित अपने सरकारी निवास पर भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के साथ द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा के बाद आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में मुसेवेनी ने कहा कि यूगांडा में रह रहे भारतीय हमारे नागरिक थे और यह मसला यूगांडा और ब्रिटेन के बीच था। जब भारतीय नागरिक निष्कासित किए गए थे तब इससे भारत का कोई लेना-देना नहीं था। यह बात तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कही भी थी।
 
हालांकि उन्होंने अमीन के इस कदम को भूल करार देते हुए कहा कि भारतीयों को निष्कासित करने से यूगांडा का नुकसान हुआ, जबकि उन भारतीयों के कारण ब्रिटेन और कनाडा को लाभ हो गया। 
 
मुसेवेनी के अनुसार निष्कासित भारतीयों ने कनाडा और ब्रिटेन को अपना मुकाम बनाया और खूब तरक्की की तथा हमने उन भारतीयों से वापस आने की अपील की और उनमें से कुछ बड़े उद्योपति 'बधवानी' और 'मेहता' लौटे भी, कुछेक नहीं भी लौटे, क्योंकि वे वहां (ब्रिटेन और कनाडा) में बहुत आगे बढ़ चुके थे। अपने इस उत्तर के बाद मुसेवेनी भारतीय उपराष्ट्रपति की ओर मुखातिब हुए और उनकी ओर उत्कंठा की नजरों से देखा। अंसारी ने इस जवाब का समर्थन किया। 
 
उल्लेखनीय है कि जनरल ईदी अमीन ने 45 वर्ष पहले यहां रह रहे एशियाई नागरिकों को देश से चले जाने का आदेश दिया था जिनमें बड़ी संख्या में गुजराती लोग थे। ये लोग 100 वर्ष से अधिक समय से पूर्वी अफ्रीका में रह रहे थे। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

ऑस्ट्रेलिया में पुनर्चक्रीकरण संयंत्र में भीषण आग