सोल। उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर जारी तनाव के बीच मंगलवार रात अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर उड़ान भरी। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने के इरादे से अमेरिका ने यह कदम उठाया है। अमेरिका के इस युद्धाभ्यास से कोरियाई द्वीप पर युद्ध की आशंका और बढ़ गई है।
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अमेरिका के ग्वाम हवाई पट्टी से बी -1 बी दो लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने के दौरान दक्षिण कोरिया के सेना के दो एफ -15 लड़ाकू विमान भी साथ थे।
उधर, अमेरिका की सेना ने एक अलग बयान जारी कर कहा है कि अमेरिका ने जापान तथा दक्षिण कोरिया के के लड़ाकू विमानों के साथ संयुक्त अभ्यास किया।
अमेरिका के वायुसेना के अधिकारी मेजर पैट्रिक ऍपलगेट ने कहा, 'हमारे मित्र राष्ट्रों जापान तथा द. कोरिया के साथ रात में होने वाला यह संयुक्त अभ्यास एक सुरक्षित एवं प्रभावी तरीके से किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण है और यह प्रत्येक देशों के विमानों की सामरिक कौशल को दर्शाता है।'
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को उत्तर कोरिया ने कहा था कि अगर निकट भविष्य में कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध छिड़ता है तो जापान को इसका सबसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा और वह टुकड़े-टुकड़े हो जाएगा।
ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच लगातार वाकयुद्ध होता रहा है जिससे दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।