Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Corona virus : अमेरिकी संसद अप्रैल तक रहेगी लोगों के लिए बंद

हमें फॉलो करें Corona virus : अमेरिकी संसद अप्रैल तक रहेगी लोगों के लिए बंद
, शुक्रवार, 13 मार्च 2020 (01:05 IST)
वॉशिंगटन। कोरोना वायरस (Corona virus) के प्रसार के मद्देनजर अमेरिकी संसद को अप्रैल तक आम आदमी के लिए बंद कर दिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को इस फैसले की घोषणा की, जो स्थिति की गंभीरता को प्रदर्शित करता है। प्रतिनिधि सभा और सीनेट ने कहा कि कांग्रेस (संसद) के कार्यालय इमारत और कांग्रेस के आगंतुक केंद्र, जहां से पर्यटक इमारत में प्रवेश करते हैं, वे भी बंद रहेंगे।

संसद सदस्यों के कार्यालयों को भेजे ई-मेल में सुरक्षा विभाग ने कहा कि अमेरिकी संसद भवन कैपिटॉल सीनेट सदस्यों और उनके सहायकों सहित सभी पर्यटकों के लिए बंद रहेगा।

बयान में कहा गया है त्रिस्तरीय भूमिगत ढांचे स्थित कैपिटॉल आगंतुक केंद्र में किसी के आने की अनुमति नहीं होगी। इसे 2008 में खोला गया था और 2018 तक 2 करोड़ 10 लाख से अधिक लोग यहां आ चुके हैं। केवल कांग्रेस सदस्यों के कर्मचारियों, पत्रकारों और आधिकारिक कार्य के लिए आने वाले आगंतुकों को इमारत में प्रवेश की अनुमति होगी।

बयान के मुताबिक इमारत में प्रवेश पर रोक गुरुवार स्थानीय समयानुसार शाम 5 शुरू हुआ और यह एक अप्रैल को दर्शकों के लिए फिर से खुलेगी। उल्लेखनीय है 1915 में बम विस्फोट की धमकी के बाद तुरंत किसी पर्यटक को इमारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। प्रतिनिधि सभा और सीनेट की कार्रवाई देखने के लिए आगंतुक गैलरी में जाने पर कुछ पाबंदिया 1954 में प्यूर्तो रिको के राष्ट्रवादी द्वारा गोली चलाने के बाद लगाई गई।

प्रतिनिधि सभा के दर्शक दीर्घा से चलाई गई गोली में 5 लोग घायल हुए थे। वर्ष 1918 में भी कैपिटॉल हिल को कुछ समय के लिए स्पेनिश फ्लू की वजह से बंद किया गया था। इस फ्लू से दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हुई थी और अकेले वॉशिंगटन डीसी में प्रतिनिधि सभा के 3 सदस्यों सहित करीब एक हजार लोगों की मौत हुई थी।

11 सितंबर 2011 में अमेरिका पर हुए हमले के बाद कैपिटॉल को दिसंबर तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। हालांकि सांसद 12 सितंबर को काम पर लौट आए थे।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Corona virus : केंद्र, 15 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों ने शुरू की हेल्पलाइन