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हिलेरी का हमला, ट्रंप को बताया सबसे खतरनाक प्रत्याशी

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लास वेगास , गुरुवार, 20 अक्टूबर 2016 (08:30 IST)
लास वेगास। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व तीसरी और आखिरी बहस में डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन  एक बार फिर आमने-सामने आए। अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव 8 नवंबर को होने वाले हैं। बहस में हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि आधुनिक अमेरिकी इतिहास में डोनाल्‍ड ट्रंप व्‍हाइट हाउस की रेस में सबसे खतरनाक प्रत्‍याशी हैं।
 
लास वेगास के नेवादा विश्वविद्यालय में चल रही इस बहस का संचालन क्रिस वैलेस ने किया। डोनाल्ड ट्रंप और हिलेेरी क्लिंटन सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति, गर्भपात नीति, प्रवासी नीति और विदेश नीति इत्यादि पर बहस की।
 
बहस के आरंभ में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने नागरिकों को हथियार रखने का अधिकार देने वाले द्वितीय संशोधन को बरकरार रखने के पक्ष में तर्क दिया जबकि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन ने हथियार रखने वालों के हाथों होने वाली हत्याओं को रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की।
 
इस बात की संभावना है कि अगला राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट के कई जजों की नियुक्ति करेगा, ऐसे में राष्ट्रपति पद के इन दोनों उम्मीदवारों के विचार अमेरिकी लोगों के लिए बहुत अहम हैं जो आठ नवंबर को होने वाले आम चुनाव में मतदान करने वाले हैं।
 
हिलेरी ने कहा कि वह द्वितीय संशोधन का समर्थन करती है लेकिन लोगों की जान लेने के लिए हथियार रखने वाले गैरकानूनी तत्वों को रोकने के लिए कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने कहा, 'अमेरिका में गोलीबारी के कारण प्रतिवर्ष करीब 33,000 लोग मारे जाते हैं। ट्रंप द्वितीय संशोधन के तहत लोगों को दी जाने वाली स्वतंत्रता पर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ हैं।'

बहस के मध्यस्थ क्रिस वालेस ने पहला प्रश्न दागते हुए कहा कि अगला राष्ट्रपति कम से कम एक नियुक्ति और संभवत: दो या तीन नियुक्तियां करेगा। हिलेरी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मेरा मानना है कि इस समय हमारे देश के इतिहास में यह महत्वपूर्ण है कि हम विवाह में समानता को रद्द नहीं करें, हम कार्यस्थल में लोगों के अधिकारों के लिए खड़े हों, हम खड़े हों और मूल रूप से कहें कि सुप्रीम कोर्ट को हम सभी का प्रतिनिधित्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को शक्तिशाली संघों एवं धनी लोगों के पक्ष में नहीं, बल्कि अमेरिकी लोगों के पक्ष में खड़े होना चाहिए।
 
हिलेरी ने कहा, 'मेरे लिए, इसका अर्थ है कि हमें ऐसे सुप्रीम कोर्ट की आवश्यकता है जो महिलाओं के अधिकार के लिए खड़ा हो, जो एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों के लिए खड़ा हों, जो खड़े होकर हमारे देश में चुनाव प्रक्रिया को निर्धारित करने वाले निर्णय सिटीजन यूनाइटेड को मना करें, क्योंकि वह हमारी चुनावी प्रणाली में काला एवं अज्ञात स्रोतों से आया धन शामिल होने की अनुमति देता है।'
 
उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं यह मौका मुझे मिले। मैं उम्मीद करती हूं कि सीनेट अपना काम करेगी और उस उम्मीदवार की पुष्टि करेगी जिसे राष्ट्रपति ओबामा ने उनके पास भेजा है। संविधान को मौलिक रूप से इसी प्रकार काम करना चाहिए। राष्ट्रपति नामित करता है, इसके बाद सीनेट सलाह देती है और सहमति व्यक्त करती है या नहीं करती है लेकिन वे प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं। 
 
ट्रंप ने बराक ओबामा प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ओबामा और हिलेेरी से चालाक निकले।
 
ट्रंप और हिलैरी के बीच 27 सितंबर को और दूसरी बहस नौ अक्टूबर को हुई थी। पहली दो बहसों में राजनीतिक विश्लेषकों ने हिलैरी का पलड़ा भारी माना था। 

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