Iran Israel ceasefire News: मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है, क्योंकि ईरान ने तेल अवीव के पास इजराइली ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा घोषित सीजफायर के कुछ घंटों बाद हुआ, जिससे युद्धविराम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अमेरिका और इजराइल इस अप्रत्याशित हमले से चिंतित हैं, जबकि ईरान ने रूस के समर्थन के साथ अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है।
सीजफायर के बाद भी नहीं थमा तनाव : सोमवार देर रात ट्रम्प ने यह दावा करते हुए ट्रुथ सोशल पर सीजफायर की घोषणा की थी कि इजराइल और ईरान शांति के लिए सहमत हैं। कतर की मध्यस्थता से शुरू हुआ यह युद्धविराम 24 घंटों में चरणबद्ध तरीके से लागू होना था। लेकिन मंगलवार तड़के ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे के पास कम से कम 5 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ईरानी मीडिया ने इसे इजराइल के 'गुप्त उकसावे' का जवाब बताया, हालांकि इसका कोई विवरण नहीं दिया गया।
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इजराइल ने दावा किया कि उसकी आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली ने अधिकांश मिसाइलों को नष्ट कर दिया, लेकिन एक मिसाइल के मलबे से तेल अवीव में एक गोदाम को नुकसान पहुंचा। इजराइली सेना ने हाई अलर्ट जारी कर नागरिकों को बंकरों में रहने की सलाह दी है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजराइल ने सीजफायर के बावजूद हमारे सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिसका जवाब देना जरूरी था। ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने एक्स पर लिखा कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन दुश्मन की धोखेबाजी का जवाब देना हमारा हक है। इजराइल ने ड्रोन हमले के आरोपों से इनकार किया है।
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अमेरिका की बढ़ी मुश्किलें : इस हमले ने अमेरिका के लिए स्थिति को और जटिल कर दिया है। मंगलवार दोपहर को व्हाइट हाउस ने कहा कि हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान का ताजा हमला ट्रम्प प्रशासन के लिए एक बड़ा झटका है, जो सीजफायर को अपनी कूटनीति की सफलता बता रहा था। अमेरिका ने कतर के अल-उदैद बेस पर सैन्य तैनाती बढ़ा दी है और एक विमानवाहक पोत को खाड़ी क्षेत्र में भेजने की तैयारी कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि रूस के समर्थन ने ईरान का हौसला बढ़ाया है, जिससे सीजफायर अब नाममात्र का रह गया है।
रूस के साथ ईरान की रणनीतिक साझेदारी ने बढ़ाई अमेरीका-इजराइल की टेंशन: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची वर्तमान में मॉस्को में हैं, जहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से 'साझा खतरों' पर चर्चा की। इस्तांबुल में ईरान के विदेश मंत्री अरागची ने कहा कि ईरान कूटनीति पर तब तक नहीं लौटेगा, जब तक वह पलटवार नहीं कर लेता। रूसी उप-विदेश मंत्री सर्गेई रियाबकोव ने सोमवार को कहा कि ईरान को 'आत्मरक्षा का पूरा अधिकार' है और मॉस्को-तेहरान की रणनीतिक साझेदारी 'अटूट' है। रियाबकोव ने यह भी कहा कि रूस और ईरान कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं, लेकिन सैन्य सहायता के विवरण साझा करना 'गैर-जिम्मेदाराना' होगा।
वहीं ईरान में संयुक्त राष्ट्र के एक फैक्ट-फाइंडिंग मिशन ने बताया कि इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए कुछ हमले अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानून का उल्लंघन प्रतीत होते हैं। मिशन के अनुसार, तेहरान में मारे गए लोगों में एक अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के दर्जनों निवासी और तीन रेड क्रॉस राहतकर्मी शामिल थे। इस रिपोर्ट ने ईरान के हमलों को और हवा दी है, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में तनाव बढ़ गया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala