हत्या करना, जेल से भाग जाना, हुलिया बदलकर पुलिस को चकमा देना हो। इस सारे कारनामों में चार्ल्स शोभराज का नाम सबसे पहले लिया जाता है। चार्ल्स को बिकनी किलर के नाम से भी जाना जाता है। अपने कई अपराधों की वजह से चार्ल्स शोभराज नेपाल की जेल में बंद था। अब नेपाल की शीर्ष अदालत ने फ्रांस के सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया है। चार्ल्स को उसके स्वास्थ्य और उम्र का हवाला देकर उसकी रिहाई का फैसला लिया गया है।
चार्ल्स शोभराज का आपने नाम तो कई बार सुना होगा, यहां तक कि उस पर फिल्में भी बन चुकी हैं। लेकिन उसकी अपराध की दुनिया के बारे में शायद ही आप पूरी तरह से जानते होंगे। आइए जानते हैं कौन है चार्ल्स शोभराज और क्या है उसके अपराध की कहानी।
आखिर कौन है चार्ल्स शोभराज?
चार्ल्स शोभराज का पूरा नाम हतचंद भाओनानी गुरुमुख चार्ल्स शोभराज है। वो एक वियतनामी और भारतीय मूल का फ्रांसीसी नागरिक है। उस पर 20 से ज्यादा हत्याओं का आरोप है। शातिर इतना कि हुलिया बदलना, जेल से फरार हो जाना और पुलिस को चकमा देने के कोई उसका सानी नहीं। अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन में एक डायलॉग है जिसमें अमिताभ बच्चन कहते हैं कि 'डॉन का इंतजार तो 11 मुल्कों की पुलिस कर रही है'।
इस डायलॉग के बारे में अपने एक इंटरव्यू में अभिनेता रणदीप हुड्डा ने कहा था कि यह डायलॉग चार्ल्स शोभराज की असल जिंदगी से ही लिया गया था। बता दें कि रणदीप हुड्डा ने 2015 में चार्ल्स की जिंदगी पर बनी फिल्म 'मैं और चार्ल्स' में मुख्य भूमिका निभाई थी।
चार्ल्स शोभराज की अपराध गाथा
जानकर हैरानी होगी कि हम एक भाषा ठीक से सीख नहीं पाते और शोभराज कई भाषाएं बोल लेता है। वो इतना शातिर है कि वेश बदलकर ऐसा बन जाता है कि कोई उसे पहचान ही न पाए। कहा जाता है कि 1970 के दशक में उसने 15 से 20 लोगों की हत्या की थी। उसके ज्यादातर शिकार एशिया में पश्चिमी पर्यटक थे। थाईलैंड ने 6 महिलाओं को ड्रग्स देने और फिर उनकी हत्या करने के आरोप में शोभराज के खिलाफ वारंट जारी हुआ था। एक फ्रांसीसी पर्यटक को जहर देने और एक इजरायली नागरिक की हत्या करने के लिए भारत में उसने 21 साल की जेल की सजा काट ली है।
क्यों करता था बिकनी गर्ल्स की हत्या?
बता दें कि थाइलैंड के पर्यटन स्थल पटाया बीच पर कत्ल की गई इन सभी लड़कियों ने बिकिनी पहन रखी थी। इन हत्याओं के आरोप में थाईलैंड में चार्ल्स को मौत की सजा सुनाई जा सकती थी। इससे बचने के लिए ही वह 1986 में तिहाड़ से भाग निकला। उसने जेल में बर्थडे पार्टी रखी और गार्ड्स को अंगूर और बिस्किट खिलाए, जिसमें नींद की दवा मिली हुई थी। कर्मचारियों को नींद और बेहोशी छाते ही चार्ल्स शोभराज जेल से भाग निकला। ऐसा चार्ल्स ने इसलिए किया था ताकि जेल से फरार होने के लिए उस पर अभियोग चलाया जा सके।
फर्जी पहचान से गया नेपाल
चार्ल्स शोभराज ने हांगकांग से एक फर्जी पहचान बनाकर नेपाल में एंट्री की थी। ठीक इसी दौरान नेपाल की राजधानी काठमांडू के एक कैसिनो में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। 2003 से 78 साल का शोभराज नेपाली जेल में है। वहां वो अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में नेपाली जेल में बंद था।
क्यों रिहा कर रहा नेपाल?
बुधवार को नेपाल की शीर्ष अदालत की जस्टिस सपना प्रधान मल्ला और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की पीठ ने चार्ल्स शोभराज को यह कहते हुए जेल से रिहा करने का आदेश दिया कि उसे ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत है। इस बेहद खतरनाक सीरियल किलर और बिकनी किलर ने उम्रकैद की सजा में छूट की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। शोभराज के वकील राम बंधु शर्मा ने कहा है कि वह अपनी 95 फीसदी सजा पहले ही पूरी कर चुका है और उम्र के कारण उसे पहले ही रिहा किया जाना चाहिए।
-written and edited by navin rangiyal