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कौन हैं Tulsi Gabbard, US की पहली हिंदू सांसद, अब Kamala Harris के खिलाफ देंगी Donald Trump का साथ

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हमें फॉलो करें कौन हैं Tulsi Gabbard, US की पहली हिंदू सांसद, अब Kamala Harris के खिलाफ देंगी Donald Trump का साथ

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 23 अक्टूबर 2024 (12:58 IST)
Tulsi Gabbard announced joining Republican Party: संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में इसी साल राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और कमला हैरिस आमने-सामने हैं। कमला हैरिस जहां ट्रंप को जोरदार टक्‍कर दे रही हैं, वहीं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अपने चुनावी प्रचार में जोर-शोर से लगे हुए हैं।

इसी बीच खबर यह है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता और अमेरिकी कांग्रेस सदस्य रह चुकीं तुलसी गबार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी में आधिकारिक रूप से शामिल हो गई। वे कभी डेमोक्रेटिक पार्टी की उभरती नेता थीं, लेकिन बाद में उनकी विचारधारा में बदलाव आया और अब वे ट्रंप के साथ हो गईं हैं। अब वे इस चुनाव में डोनाल्‍ड ट्रंप का साथ देती नजर आएंगी।

इस बात का ऐलान उन्होंने खुद नॉर्थ कैरोलिना में डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली के दौरान किया। तुलसी गबार्ड ने इस मौके पर जोरदार समर्थन के बीच कहा कि आज मैं गर्व के साथ यहां आप लोगों के साथ खड़ी हूं और ये ऐलान करती हूं कि मैं अब रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो रही हूं।

2022 में डेमोक्रेटिक से अलग हुई थीं तुलसी: बता दें कि मंगलवार को रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुईं तुलसी गबार्ड अमेरिका की पहली हिंदू सांसद और डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता रह चुकी हैं। तुलसी गबार्ड अमेरिकन समोआ का प्रतिनिधित्व करती थीं। हालांकि, साल 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी का साथ छोड़ दिया था और स्वतंत्र राजनीति के रास्ते पर निकल गई थी। लेकिन अब उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली मंच से खुद के रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया है।

क्‍यों इस फैसले ने चौंकाया : बता दें कि 43 वर्षीय तुलसी गबार्ड के रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया है। डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली में उत्साहित भीड़ के सामने मंच पर तुलसी गबार्ड ने खुद के रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य होने की आधिकारिक पुष्टि की। बता दें कि तुलसी गबार्ड कभी डेमोक्रेटिक पार्टी में एक उभरती हुई नेता मानी जाती थी। लेकिन बीते कुछ वर्षों ने तुलसी गबार्ड की विचारधारा में बदलाव आया और उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी का साथ छोड़ दिया।
Edited by Navin Rangiyal

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