Yulia Navalnaya: पुतिन के आलोचक और कट्टर विरोधी एलेक्सी नवलनी की जेल में संदिग्ध मौत के बाद उनकी पत्नी यूलिया विरोध में उतर आई हैं। एलेक्सी ने कहा है कि मैं पुतिन और उनके सभी कर्मचारियों को यह बताना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पति के साथ जो किया है उसके लिए मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी। जानते हैं आखिर कौन हैं यूलिया, जिन्होंने पुतिन पर अपने पति को जहर देकर मार देने का आरोप लगाया है।
क्या कहा यूलिया ने : यूलिया का कहना है, उनके पति को जहर दिया गया. उन्होंने पति की मौत के लिए पुतिन को जिम्मेदार बताया है। यूलिया ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जानबूझकर जेल प्रशासन उनके पति एलेक्सी का शव नहीं दे रहा। नर्व एजेंट के जरिए पति की हत्या की गई है। हम उनकी शहादत को बेकार नहीं जाने दे सकते।
मैं माफ नहीं करुंगी : एलेक्सी ने कहा है कि मैं पुतिन और उनके सभी कर्मचारियों को यह बताना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पति के साथ जो किया है उसके लिए मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी। पिछले कुछ सालों में देश में किए गए अत्याचारों के लिए पुतिन को दोषी ठहराया जाना चाहिए।
यूलिया ऐसे मिली एलेक्सी से : यूलिया और एलेक्सी की पहली मुलाकात तुर्की में हुई थी। दोनों हॉलीडे पर पहुंचे थे। दोनों का प्यार शादी में तब्दील हुआ है। यूलिया पेशे से अर्थशास्त्री हैं और उनके दो बच्चे हैं। परिवार और करियर को संभालते यूलिया ने अलेक्सी के अभियानों में उनकी मदद की। उनके राजनीतिक सफर के हर मोड़ पर उनके साथ डटकर खड़ी रहीं। मीडिया से दूर रहकर पति की मदद करती रहीं।
आलोचक पति की पत्नी होने के नाते उन्हें कई कठिनाइयों और खतरों का सामना करना पड़ा। 2020 में वो पति के साथ जर्मनी गई थीं। 2021 में पति साथ मॉस्को लौटीं जहां एलेक्सी को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 19 की सजा सुनाई गई। पति के जेल जाने के बाद यूलिया पुतिन और उनके सहयोगियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराने लगी। उन्होंने रूस में लोकतंत्र और न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने की कसम खाई।
पुतिन के लिए चुनौती बन गए थे एलेक्सी : यूलिया के पति एलेक्सी नवलनी उग्रवाद के आरोप में पिछले 19 साल से जेल में सजा काट रहे थे। मौत से पहले कई बार पुतिन पर एलेक्सी की जान लेने के आरोप लगे। 1976 में जन्मे अलेक्सी ने कानून की पढ़ाई की और वकील के तौर पर कॅरियर की शुरुआत की। साल 2008 में उन्होंने अपने ब्लॉग के जरिए सरकारी कंपनियों के घोटाले को उजागर किया। उस ब्लॉग ने उन्हें रूस में लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचा दिया।
एलेक्सी के कारण ही रूसी सरकार के कई नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ता था। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाते रहे। लोकतंत्र को कायम रखने की कोशिश करते रहे। इस जुनून के कारण एलेक्स को पुतिन विरोधी माना जाने लगा। एलेक्सी की मौत के बाद फिर चर्चा शुरू हुई कि पुतिन एक के बाद एक अपने विरोधियों को रास्ते से हटाते जा रहे हैं।
सरकार के खिलाफ लिखने पर साल 2011 में संसद के बाहर रैली करने के लिए पहली बार गिरफ्तार किया गया। 15 दिन की सजा सुनाई गई। 2012 में पुतिन की वापसी हुई। 2013 में एलेक्सी ने मेयर का चुनाव लड़ा और पुतिन के समर्थक से हार का सामना करना पड़ा। आपराधिक मामलों की जांच में शहर में हुई कथित आगजनी के लिए एलेक्सी को दोषी ठहराते हुए पांच साल की सजा सुनाई गई। हालांकि कोर्ट ने सजा के आदेश को निलंबित कर दिया गया तो मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। प्रक्रिया चलती रही।
साल 2020 में विमान यात्रा के दौरान एलेक्सी को जहर दिया गया। हालांकि जर्मनी में उनका इलाज किया गया। उनकी जान बच गई, लेकिन रूस वापस आते ही उन्हें वापस 19 साल के लिए जेल भेज दिया गया।
Edited by Navin Rangiyal