Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

धरती के फेफड़ों में आग, दुनिया के नेताओं में चिंता, सेना चलाएगी मिशन

हमें फॉलो करें धरती के फेफड़ों में आग, दुनिया के नेताओं में चिंता, सेना चलाएगी मिशन
, शनिवार, 24 अगस्त 2019 (11:44 IST)
ब्रासिलिया/ ब्यूनस आयर्स। ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने अमेज़न के जंगलों में लगी आग को रोकने के लिए सेना की मदद लेने के आदेश दिए हैं, जबकि वेनेजुएला सरकार ने अमेजेनियाई देशों से आग के बारे में तुरंत चर्चा करने की अपील की है।

बीबीसी न्यूज के मुताबिक, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने एक आदेश जारी करते हुए प्रशासन को सीमाई, आदिवासी और संरक्षित इलाक़ों में सेना तैनात करने को कहा है। ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने यह घोषणा यूरोपीय नेताओं के दबाव के बाद की है। दरअसल, फ़्रांस और आयरलैंड ने कहा था कि वह ब्राज़ील के साथ तब तक व्यापार सौदे को मंज़ूरी नहीं देंगे जब तक कि वह अमेज़न के जंगलों में लगी आग के लिए कुछ नहीं करता है।

फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने जलवायु परिवर्तन पर उनसे झूठ कहा है। इस समय अमेज़न के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है और इन जंगलों को दुनिया के ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत माना जाता है। इसकी आग से करीब साढ़े 7 अरब लोग प्रभावित हो सकते हैं।

पर्यावरण समूहों का कहना है कि यह आग बोलसोनारो की नीति से जुड़ी हुई है जिसे उन्होंने ख़ारिज किया है। वहीं दूसरी ओर यूरोपीय नेताओं ने भी अमेज़न के जंगलों में लगी आग पर चिंता जताई है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस आग को दिल तोड़ने वाला बताते हुए कहा है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है।

उन्होंने कहा, हम ऐसी हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं जिससे आग रोकी जा सकती है और जिससे पृथ्वी के सबसे बड़े चमत्कार को बचाया जा सकता है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने आग को आपातकालीन स्थिति बताते हुए कहा कि यह सिर्फ़ ब्राज़ील के लिए न केवल चौंकाने वाला और भयंकर है बल्कि यह दूसरे देशों के साथ-साथ दुनिया को भी प्रभावित करेगा।

बोलसोनारो ने शुक्रवार को कहा कि वे आग से लड़ने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और इसके लिए वे सेना को भी उतारने का विचार कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने मैक्रों पर आरोप लगाया कि वे 'राजनीतिक लाभ' के लिए हस्तक्षेप कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि फ़्रांस में जी-7 सम्मेलन हो रहा है, जिसमें ब्राज़ील भाग नहीं ले रहा है और उसमें आग पर चर्चा 'एक अनुपयुक्त औपनिवेशिक मानसिकता' को दिखाता है।

पर्यावरण समूहों ने आग से लड़ने की मांग करते हुए शुक्रवार को ब्राज़ील के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन भी किए। इसके साथ ही लंदन, बर्लिन, मुंबई और पेरिस में ब्राज़ील दूतावास के बाहर भी कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। विदेश मंत्री जोर्ज अर्रेज़ा ने कहा कि अमेजोनियन क्षेत्र में जंगल की आग 3 हफ्तों से भड़की हुई है।

ब्राजील के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च द्वारा प्रदान किए गए उपग्रह डेटा के अनुसार, इस साल, 2018 की तुलना में जंगल की आग के क्षेत्र में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ब्राजील और बोलीविया जंगल की आग से लड़ने में लगे हुए हैं, जबकि पड़ोसी देशों ने उन्हें सहायता की पेशकश की है।

अर्रेजा ने शुक्रवार को जोर देते हुए कहा, वेनेजुएला की सरकार अमेजन क्षेत्र में विनाशकारी आग में वन्यजीवों के पारिस्थितिक और सामाजिक परिणामों पर विचार करने और आग को समाप्त करने के लिए अमेज़ॅन सहयोग संधि संगठन के विदेश मंत्रियों की एक आपातकालीन बैठक आयोजित करने की पेशकश करती है। अमेज़ॅन सहयोग संधि संगठन में वेनेजुएला के साथ कोलंबिया, इक्वाडोर, गुयाना, बोलीविया, सूरीनाम, ब्राजील और पेरू जैसे देश शामिल हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति ने अमेजन क्षेत्र को नष्ट करने वाले वन्यजीवों को बाहर निकालने की प्राथमिकता के तहत जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले विश्व नेताओं से मुलाकात की। इसी तरह, गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वैश्विक जलवायु संकट के बीच, दुनिया ऑक्सीजन और जैव विविधता के अपने प्रमुख स्रोत को खोने का जोखिम नहीं उठा सकती है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Weather update : बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत, पुनर्वास कार्य तेज