कुख्यात आतंकी संगठन आईएस से महिलाएं इतना डरती हैं कि वे यातना, अत्याचार और बदसलूकी के बजाए मौत को गले लगाना बेहतर समझती हैं। इसके बलात्कारी आतंकियों से महिलाओं में कितनी दहशत है, इसका अंदाजा हाल की ही एक घटना से लगाया जा सकता है। एक यजीदी युवती ने आईएस के आतंकियों द्वारा बलात्कार किए जाने के डर से खुद को आग के हवाले कर दिया।
मामला इराक के उस रिफ्यूजी कैंप का है, जहां दो हफ्ते पहले आईएस के कब्जे से छुड़ाई गई करीब 1100 महिलाओं को रखा गया है। इस कैंप में रहने वाली 17 साल की यजीदी युवती को अचानक ये लगा कि आईएस के आतंकी उसके कैंप के बाहर हैं।
आतंकियों द्वारा कई बार रेप का शिकार हो चुकी इस युवती ने दोबारा बलात्कार के डर से खुद पर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक इस हादसे में युवती का पूरा चेहरा झुलस गया है और उसके बाल पूरी तरह जल गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आईएस की कैद में गुजारे दिनों को याद करते हुए यासमीन आज भी घबराकर अपनी कुर्सी से उछलकर जमीन पर बैठ जाती है और डर की वजह से सिसकियां लेने लगती है।
गौरतलब है कि आईएस की कैद में सबसे ज्यादा यजीदी महिलाओं को रखा जाता है, यहां उनका बलात्कार करने के अलावा मंडियां लगाकर उनकी खरीद-फरोख्त भी की जाती है।