इस्लामी उग्रवादी मौलवी अबू बकर बशीर ने बुधवार को अपनी जेल की सजा बरकरार रखे जाने के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया। दो दिन पहले इंडोनेशिया की शीर्ष अदालत ने आतंकवाद संबंधी मामले में उसकी 15 साल की सजा को बरकरार रखा है।
बशीर को इंडोनेशिया में उग्रवादी इस्लाम का आध्यात्मिक नेता माना जाता है। वह अल कायदा शैली की जिहाद के मुखर समर्थक रहे हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा आतंकवादी होने के आरोपों से इनकार किया है।
जकार्ता में अपने दूसरे मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए अस्पताल जाते हुए 73 वर्षीय बशीर ने अपने समर्थकों से अमेरिका के खिलाफ तब तक लड़ाई लड़ने का आह्वान किया जब तक कि उसका नाश नहीं हो जाता।
उन्होंने कहा कि अमेरिका इस्लाम का दुश्मन है और इसलिए सजा दिया जाना अमेरिका का आदेश हो सकता है। जब तक अमेरिका का सत्यानाश नहीं हो जाता, तब तक हमें लड़ाई जारी रखनी चाहिए। पिछले साल जून में एक निचली अदालत ने उन्हें 15 साल जेल की सजा सुनाई थी और अपील करने पर हाईकोर्ट ने इसे घटाकर नौ साल कर दिया था, लेकिन सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने 15 साल की सजा को बरकरार रखा है। (भाषा)