sawan somwar

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

पाक हिमस्खलन, खोज अभियान प्रभावित

Advertiesment
हमें फॉलो करें सियाचिन
इस्लामाबाद/ बीजिंग , शनिवार, 14 अप्रैल 2012 (22:26 IST)
सियाचिन में भारत की सीमा पर हुए हिमस्खलन के बाद बर्फ में दबे 138 लोगों का खोज अभियान नए हिमस्खलन और बर्फीले तूफान के कारण प्रभावित हो रहा है। सेना का एक शिविर इस हिमस्खलन की चपेट में आ गया था। घटना में बर्फ में दबे 138 लोगों में से ज्यादातर सैनिक हैं।

सेना की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक घटनास्थल पर फिर से हुए हिमस्खलन के कारण ग्यारी में खोज अभियान में लगे सैनिकों के लिए काम करना मुश्किल हो रहा है। सात अप्रैल को हुई इस घटना में बटालियन का मुख्यालय बर्फ में करीब 80 फुट नीचे दब गया है।

बयान में कहा गया है कि खोज अभियान ‘जमा देने वाली ठंड’ के बीच भी जारी है। इसके अलावा बर्फीले तूफान, नवीन हिमस्खलन, बहुत कम तापमान और बर्फ के ढ़ेर के बीच में बचावदल कर्मियों के लिए काम करना मुश्किल साबित हो रहा है।

बर्फ में खुदाई का काम सभी उपलब्ध मशीनों एवं अन्य उपकरणों की मदद से की जा रही है। सैनिकों ने भारी उपकरणों की मदद से अब एक नए स्थान पर खुदाई आरंभ कर दी है। सेना के बयान में कहा गया है कि बचाव दल ने कड़े बर्फ में सुरंग बनाने के लिए पहला विस्फोट किया है और वे सुरंग की मदद से उस जगह तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जहां लोगों के दबे होने की आशंका है।

बयान के मुताबिक खुदाई के काम में लगे कर्मियों को भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के कारण बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सेना की ओर से जारी तस्वीरों में घटनास्थल पर कुछ विदेशी दल भी काम करते नजर आ रहे हैं।

अमेरिका, जर्मनी और स्विटजरलैंड से ऊंचाई पर बचाव कार्य करने वाले विशेषज्ञों का दल फिलहाल पाकिस्तान में है और वह बचाव कार्य में सेना की मदद कर रहा है। इस घटना में नार्दन लाइट इंफेंट्री के 127 सैनिक और 11 नागरिक करीब 100 फुट नीचे बर्फ में दब गए हैं।

चीन ने विशेषज्ञों का दल भेजा : अपने रणनीतिक सहयोगी पाकिस्तान के अनुरोध पर चीन की सेना ने सियाचिन में भारत की सीमा पर हिमस्खलन में दबे 138 लोगों को बचाने के लिए उपकरणों समेत विशेषज्ञों का एक दल भेजा है।

रक्षा मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक बयान के मुताबिक हिमस्खलन में फंसे सैनिकों की खोज में मदद का अनुरोध करने के बाद ‘चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने पाकिस्तान की सेना को उपकरण भेजे हैं। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi