पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बीते चार साल के दौरान 50 से अधिक हिंदुओं का अपहरण किया गया है। इससे हिंदू समुदाय के लोगों को बड़ी संख्या में पाकिस्तान के दूसरे हिस्सों में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है।
बलूचिस्तान के मानवाधिकार एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री वसंत लाल गुलशन ने बताया कि बीते चार वर्ष के दौरान हिंदू समुदाय के 50 से अधिक लोगों का अपहरण किया गया है।
उन्होंने कहा इनमें से दो मेरी खुद की फार्मेसी के कर्मचारी हैं। इन लोगों को दो दिन पहले अगवा किया गया। समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक गुलशन ने कहा मुशर्रफ के नौ वर्ष तक सत्ता में रहने के दौरान हिंदुओं के अपहरण की सिर्फ सात वारदात सामने आई थी।
बलूचिस्तान के मुख्य सचिव अहमद बक्श लहरी ने बताया कि बीते कुछ महीनो में 72 लोगों का अपहरण हुआ, जिनमें 24 लोगों का ताल्लुक हिंदू समुदाय से था। हिंदू समुदाय के लोगों के प्रयासों के कारण 21 हिंदुओं को मुक्त कराया गया।
इससे पहले गृह सचिव नसीबुल्ला बजई ने कहा कि अपहरण की घटनाएं बढ़ने से हिंदू समुदाय बलूचिस्तान छोड़कर देश के दूसरे हिस्सों में पलायन को विवश है। उन्होंने कहा कि अपहरण की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अपहरण-निरोधक बल का गठन किया गया है ।
गौरतलब है कि बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में हिंदुओं की अच्छी-खासी तादाद है। पिछले कुछ सालों में बलूचिस्तान से दर्जनों हिंदुओं को फिरौती के लिए अगवा किया गया है। इनमें से कुछ तो छोटे-मोटे कारोबारी रहे हैं। सिंध से हिंदुओं के जबरन धर्म परिवर्तन की भी खबरें आती रही हैं। (भाषा)