माली के उत्तरी हिस्से को अपने नियंत्रण में लेने वाले तुआरेग विद्रोहियों ने उस क्षेत्र की स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। माली में कुछ दिनों पहले ही तख्तापलट हुआ था और अब इस नए घटनाक्रम से यह अफ्रीकी देश दो हिस्सों में बंटा नजर आ रहा है।
उधर, फ्रांस ने कहा है कि नए स्वतंत्र राष्ट्र का तब तक कोई मतलब नहीं है, जब तक अफ्रीकी देश इसे मान्यता नहीं देते हैं। माली के हिंसाग्रस्त रहे उत्तरी क्षेत्र को अजावद के नाम से जाना जाता है।
तुआरेग विद्रोहियों ने 50 वर्ष के खराब शासन और मूल निवासियों पर संयुक्त राष्ट्र के लेखों का हवाला देते हुए अजावद की आजादी की घोषणा की।
नेशनल मूवमेंट फॉर द लिबरेशन ऑफ अजावद (एमएनएलए) ने माली सरकार पर आरोप लगाया कि वह तुआरेगों को विभिन्न अकालों में भूख से मरने के लिए छोड़ने के साथ ही उनका अस्तित्व मिटाने का प्रयास कर रही है। (भाषा)