कहीं गरमागरम आलू टिक्की, तो कहीं लजीज भेलपुरी, कहीं स्वादिष्ट राज-कचौरी और कहीं पराठा और पनीर।
न मैं इंदौर की छप्पन दुकान पर हूं और न ही दिल्ली के निरूलाज में, ये नजारा है 5 अप्रैल की शाम वरली फूड फेस्टिवल के दूसरे सोपान में, जहां हजारों की संख्या में न्यूयॉर्क के भारतीय भोजन प्रेमियों ने कई तरह के शाकाहारी भोजन का आस्वादन किया।
वर्तमान में चल रही भोजन, टॉप शेफ, फूड रियलिटी शो आदि की लोकप्रियता को देखते हुए वरली सिंह और उनके पति ने वरली फूड फेस्टिवल के नाम से भोजन का मेला न्यूयॉर्क में लगाया। न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी के सभी नामी-गिरामी भारतीय रेस्टोरेंट ने यहां बूथ लगाए और आने वालों को अपनी 2-3 विशेष डिश के स्वाद चखाए। प्रवेश शुल्क 100 डॉलर और 250 डॉलर थी।
अंदर सभी स्टॉलों पर सैंपलिंग का कोई शुल्क नहीं था। इसके साथ सभी को इन रेस्टोरेंट्स के डिस्काउंट कूपन भी दिए गए। कोई 50 से अधिक रेस्टोरेंट्स ने वहां पर अपने बूथ लगाए थे। लोग दफ्तरों से सीधे टाई सूट और काम की पोशाक में आए थे, लेकिन उंगलियों में भरी डिश के स्वाद के चटखारे लेने में कोई परहेज नहीं था।
वरली फूड फेस्टिवल का ये दूसरा साल था। इसके बाद यह अगले साल दुबई में आयोजित किया जाने वाला है। टीवी पर सदा छाए हुए संजीव कपूर और पद्मलक्ष्मी को इतने पास से देखने, बात करने और पाक प्रणाली की विधियां बताते हुए लोगों को बहुत आनंद आया। इंदौरी, मालवी स्वाद अंतस में बसा है, गोया यहां पर श्रीमाया, जैन, मधुरम का एक बूथ होता और यहां लोग पाए से उतरती जलेबी और मसालेदार गराडू खाते, तो।