अंक तालिका में निचले पायदानों पर मौजूद किंग्स इलेवन पंजाब और पुणे वारियर्स आईपीएल मैच में कल यहां जीत दर्ज करके प्रतिष्ठा बचाने का प्रयास करेंगी।
रॉयल चैलेंजर्स के हाथों कल बेंगलुरू में 85 रन के विशाल अंतर से मात खाने वाली किंग्स इलेवन को आठ मैचों में पांच में हार झेलनी पड़ी है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी वाली इस टीम की निगाहें अपने घरेलू मैदान पर जीत दर्ज करने पर लगी होंगी।
किंग्स इलेवन के हालांकि अब भी छह मैच बचे हैं लेकिन उनकी प्ले ऑफ चरण में पहुंचने की संभावनाएं क्षीण हैं। पुणे वारियर्स का अभियान भी नौ में से सात हार के साथ लगभग समाप्त हो चुका है।
युवराज सिंह की नेतृत्व वाली पुणे टीम की नजरें पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली पर लगी होंगी जिन्हें हाल ही में चोटिल आशीष नेहरा की जगह शामिल किया गया है। गांगुली के कल के मैच में खेलने की उम्मीद है जिससे टीम का मनोबल बढ़ेगा।
पुणे ने हालांकि आईपीएल चार में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की थी लेकिन दो जीत के बाद लगातार सात हार ने इस टीम को तोड़कर रख दिया है।
कोलकाता नाइटराइडर्स टीम द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद 38 वर्षीय गांगुली के पास खुद को साबित करने का मौका होगा। इसी सिलसिले में गांगुली यहां जमकर नेट अभ्यास में जुटे हुए हैं। किंग्स इलेवन के लिए यह काफी महत्वपूर्ण मैच है क्योंकि वे केवल छह अंक के साथ नौंवे स्थान पर हैं। इस टीम के लिए कल का मैच ‘करो या मरो’ वाला होगा और केवल जीत ही उनकी अगले दौर में पहुंचने की संभावनाओं को जीवंत रखेगी।
पंजाब की इस टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से गिलक्रिस्ट, नए सितारे पॉल वल्थाटी और शान मार्श पर निर्भर कर रही है। इस टीम ने अब तक तीन मैच जीते हैं जबकि पांच हारे हैं। टीम की गेंदबाजी भी सामान्य रही है। तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार और लेग स्पिनर पीयूष चावला प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर युवराज की पुणे टीम के लिए कुछ भी ठीक नहीं घट रहा है। टीम की बल्लेबाजी का दारोमदार पूरी तरह से युवराज और रोबिन उथप्पा के कंधों पर है। गेंदबाजी में स्पिनर राहुल शर्मा और तेज गेंदबाज जेरोम टेलर का अच्छा प्रदर्शन किया है। (भाषा)