लगातार सनसनीखेज प्रदर्शन कर तालिका में शीर्ष पर चल रही दिग्गज टीम मुंबई इंडियंस यहां मंगलवार को आईपीएल-4 मुकाबले में टूर्नामेंट की फिसड्डी टीम किंग्स इलेवन पंजाब को उसी के मैदान पर मसलकर अपना विजय क्रम जारी रखने के मकसद से उतरेगी।
टूर्नामेंट में दो बार जीत की हैट्रिक बना चुकी मुंबई और हार का पंजा झेल रहे पंजाब के बीच मुकाबला कहीं से भी संघर्षपूर्ण नहीं दिखता है और क्रिकेट की सांसे थाम देने वाली अनिश्चितताएं अगर मुकाबले को मोड़ न दें तो मैच एकतरफा रहने की भी उम्मीद लगाई जा सकती है।
गेंदबाजी में लसित मलिंगा के तूफान को हरभजन सिंह की फिरकी का और बल्लेबाजी में कप्तान सचिन तेंडुलकर के मास्टर क्लास को युवा अंबाती रायुडु के जोश का बेहतरीन साथ मुंबई इंडियंस को एक अभेद्य किले में बदल चुका है। इस पर पार पाना पंजाब के रणबांकुरों के लिए कहीं से भी आसान नहीं लगता है।
पंजाब की थाती उसके नवोदित बल्लेबाज पाल वल्थाटी की अगुआई वाला बल्लेबाजी आक्रमण है लेकिन पिछले कुछ मैचों में यह निस्तेज मालूम पड़ रहा है। टूर्नामेंट की सबसे कमजोर टीम होने का दाग झेलने से बचने के लिए यह जरूरी होगा कि वल्थाटी और उनके साथी कम से कम अब जग जाएं।
पर्पल कैपधारी मलिंगा नामक मिसाइल से मुंबई अब तक सभी टीमों को ध्वस्त करती आई है और वल्थाटी के साथ कप्तान एडम गिलक्रिस्ट, विस्फोटक ओपनर शान मार्श जैसे धुरंधरों की मौजूदगी के बावजूद बार बार लडखडाती किंग इलेवन को यह मिसाइल झेलने के लिए तैयार रहना होगी।
हफ्ते भर पहले ही दोनों टीमें मुंबई में भिड़ी थी। तब सचिन और रायुडु के अर्द्धशतकीय पराक्रम को परवान चढाते हुए मलिंगा, हरभजन और मुनाफ पटेल ने 159 रन के औसत लक्ष्य का पीछा कर रही किंग्स को आठ विकेट पर मात्र 136 रन तक सीमित कर दिया था। किंग्स की ओर से अकेले मार्श संघर्ष करते रह गए थे।
आईपीएल-4 में सनसनीखेज बल्लेबाजी से शुरुआत के बाद ऑलराउंडर की भूमिका में पहुंचे वल्थाटी पिछले मैचों में लय खोए हुए नजर आ रहे हैं। अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में वह नाकाम रहे हैं। मार्श और वल्थाटी के बाद पंजाब का कोई भी बल्लेबाज बढ़िया फॉर्म नहीं दिखा पाया है।
दूसरी ओर सचिन और रायडू ने पूरे टूर्नामेंट में धमाल किया है। एक-दो मैचों को छोड़ दें तो दोनों के बल्ले लगातार रन उगल रहे हैं। इनकी प्रचंड फॉर्म को थामना पंजाब के लिए टेढ़ी खीर है। ऊपर से रोहित शर्मा की लय में वापसी ने इस काम को और भी मुश्किल कर दिया है। नए ओपनर एडेन ब्लिजार्ड ने भी दिल्ली के खिलाफ मैच में खासा धूमधड़ाका किया था। इस कारण 'अनस्टॉपेबल' मुंबई को थामने के लिए पंजाब को एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।
पंजाब की गेंदबाजी पूरे टूर्नामेंट में लचर रही है। मेरठ एक्सप्रेस प्रवीण कुमार, भार्गव भट्ट और पीयूष चावला जल्द विकेट निकालने में कामयाब नहीं हो सके हैं। अपने घर में पिछला मैच पुणे के हाथों शर्मनाक तरीके से हार कर टीम मनोवैज्ञानिक रूप से टूटी हुई है। उसे अगर लय में लौटना है तो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को एकजुट होकर मुंबईकरों का मुकाबला करना होगा। (वार्ता)