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IPL8 : शहर-टीम बदलते ये खिलाड़ी, खरे साबित होंगे

हमें फॉलो करें IPL8 : शहर-टीम बदलते ये खिलाड़ी, खरे साबित होंगे
नई दिल्ली , मंगलवार, 7 अप्रैल 2015 (19:06 IST)
नई दिल्ली। कल तक जो टीम इंडिया के खिलाड़ी थे। आज वो टीम दिल्ली, टीम कोलकाता, टीम मुंबई या टीम बेंगलुरु के खिलाड़ी हो गए। टी-20 लीग के सीजन में टीम के साथ ही खिलाड़ियों के लिए शहर बदल जाता है। दिल्ली का खिलाड़ी कोई मुंबई से खेल रहा है तो कोई बेंगलुरु से, हर बीते साल के साथ टीम की शक्ल बदल जाना ही इस छोटे फॉर्मेट की खूबसूरती है। घरेलू मैदान के ये स्टार क्या अपनी नई टीम की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे?
 
दिनेश कार्तिक
दिल्ली के साथ शुरुआत, पंजाब, मुंबई, दिल्ली होते हुए इस सीजन अब बेंगलुरु का साथ देंगे। करीब 1 साल से टीम इंडिया से बाहर रहे कार्तिक को जब पिछले साल दिल्ली ने रिलीज किया तो लगा कि अब शायद आईपीएल में उनका क्रेज खत्म हो गया है, लेकिन बेंगलुरु की टीम ने कार्तिक पर भरोसा किया और 10.5 करोड़ की भारी-भरकम कीमत देने में संकोच नहीं किया। पिछले सीजन दिल्ली की तरफ से कार्तिक ने 14 मैचों में 325 रन बनाए, जबकि अब तक खेले 20-20 लीग के 106 मैचों में वो 2 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं। मुंबई को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले दिनेश कार्तिक पर कोहली एंड कंपनी की उम्मीदों का बोझ है। अगर उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे तो अगली नीलामी में शायद ही कोई उन पर आगे बड़ा दांव लगाए।
 
मुरली विजय
क्रिकेट के अलग-अलग फॉर्मेट को साधने की कला मुरली को बखूबी आती है। टेस्ट के ओपनिंग बल्लेबाज होने के बावजूद उन्‍हें 20-20 फॉर्मेट में लय हासिल करने में देर नहीं लगती। चेन्नई टीम के अहम हिस्सा रहे मुरली को पिछले सीजन दिल्ली ने खरीदा। न वो कुछ खास कर पाए न उनकी टीम। नतीजा ये हुआ कि एक बार फिर बाजार में आए। पंजाब ने 3 करोड़ देकर खरीदा। पिछले सीजन में मुरली का प्रदर्शन बेहद ही औसत रहा, हालांकि कुल 75 मैचों में 2 शतक और 8 अर्धशतक के साथ टूर्नामेंट में 1800 से ज्यादा रनों का रिकॉर्ड अच्छा है।
 
उन्मुक्त चंद
दिल्ली और राजस्थान होते हुए मुंबई की टीम में आए उन्मुक्त चंद पिछले 4 सीजन में कुछ खास नहीं कर पाए। देखना होगा कि स्टार खिलाड़ियों से भरी मुंबई की टीम में इस बार उन्हें कितने मौके मिलते हैं और वे इन मौकों का कितना फायदा उठाते हैं।
 
जहीर खान
चोट की वजह से पिछले 2 सीजन में लगभग न के बराबर खेले जहीर खान के लिए दिल्ली और मुंबई की फ्रेंचाइजी के बीच हुई जंग ये बताती है कि इस तेज गेंदबाज पर भरोसा अभी बाकी है। जहीर के लिए ये लीग सिर्फ 20-20 ही नहीं बल्कि टीम इंडिया में वापसी के लिए भी बेहद अहम है। जहीर इस सीजन गेंदबाज के अलावा दिल्ली के लिए गेंदबाजी सलाहकार की भूमिका में भी नजर आ सकते हैं।
 
इरफान पठान
चोट और फॉर्म से जूझते रहे इरफान पठान को नीलामी के दौरान किसी टीम ने भाव नहीं दिया। आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई टीम ने उन्हें मौका दिया। करीब 3 साल से टीम से बाहर रहे इरफान अगर फ्रेंचाइजी के साथ ही माही को भी अपने खेल से प्रभावित कर लेते हैं तो टीम इंडिया में वापसी का रास्ता भी खुल सकता है।
 
अमित मिश्रा
आईपीएल के पहले ही सीजन में दिल्ली के लिए हैट्रिक लेकर लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने सुर्खियां बटोरीं। इसके बाद भी हर सीजन में विकेट निकालते रहे। पिछले सीजन में सनराइजर्स ने पौने 5 करोड़ की भारी-भरकम राशि में खरीदा। हालांकि इस बार उनका भाव घटा, लेकिन आईपीएल के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज मिश्रा दिल्ली के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।
 
प्रवीण कुमार
बेंगलुरु और पंजाब होते हुए 8वें सीजन में प्रवीण हैदराबाद की टीम के साथ हैं। करीब सवा 2 करोड़ में बिके प्रवीण इस बार यूपी के ही युवा गेंदबाज भुवनेश्वर के साथ मिलकर सनराइजर्स के आक्रमण का हिस्सा होंगे। इस फॉर्मेट में उनकी खास उपलब्धि नहीं रही है। पिछले सीजन तो वो सिर्फ 3 मैच ही खेल पाए थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव उनका प्लस प्वाइंट है।
 
पार्थिव पटेल
चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज अब तक 4 टीमें बदल चुके हैं। फिलहाल मुंबई के साथ हैं और बड़ा नाम नहीं होने के बावजूद हर बार टीमों को अहम योगदान देते आए हैं। 
(khabar.ibnlive.in.com से)

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