कोलकाता। दिनेश कार्तिक की आईपीएल में सोमवार को तब बड़ी परीक्षा होगी, जब उनकी अगुवाई में कोलकाता नाइटराडर्स की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स का सामना करेगी जिसके कप्तान गौतम गंभीर हैं जिनके नेतृत्व में केकेआर 2 बार चैंपियन बना था।
लगातार 2 हार के बाद कार्तिक की अगुवाई वाली केकेआर वापसी के लिए बेताब है जबकि दिल्ली ने मुंबई के खिलाफ जीत दर्ज करके वापसी की है और वह इसे बरकरार रखने की कोशिश करेगी। कोलकाता ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाफ जीत के साथ शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद उसे चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
दूसरी तरफ दिल्ली अपने शुरुआती मैच में किंग्स इलेवन पंजाब से हार गई थी और इसके बाद बारिश से प्रभावित मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उसने पूरे अंक गंवाए लेकिन मुंबई के खिलाफ जैसन रे की नाबाद 91 रन की पारी से टीम जीत दर्ज करने में सफल रही।
डेयरडेविल्स के कोलकाता में मैच होने का मतलब है कि भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पिछले महीने अपनी पत्नी के आरोप झेलने के बाद पहली बार शहर में होंगे। उनकी पत्नी ने 10 अप्रैल को अलीपुर अदालत में मामला दर्ज कराया। इस पर शमी को 15 दिन के अंदर उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
शमी अब तक डेयरडेविल्स के तीनों मैच में खेले हैं और एक टीम अधिकारी ने कहा कि उनके उपलब्ध नहीं रहने का सवाल नहीं उठता। मैदान पर गंभीर की टीम का पलड़ा भारी रहने की संभावना है, भले ही केकेआर के खिलाफ उसका रिकॉर्ड 8-12 है। गंभीर 2011 से 2017 तक केकेआर से जुड़े रहे और वे परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। वे अपनी पूर्व टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे जिसने उसे रिटेन नहीं किया।
केकेआर के बल्लेबाज अभी तक जलवा नहीं दिखा पाए हैं। कार्तिक को उपकप्तान रोबिन उथप्पा से बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी, जो अब तक 3 मैचों में 13, 29 और 3 रन ही बना पाए हैं। कार्तिक को खुद भी प्रभाव छोड़ने की जरूरत है। (भाषा)